लखनऊ: यूपी एसटीएफ ने फिल्म जगत में निवेश और भारी लाभ की लालच देकर लोगों से ठगी करने वाले गैंग के एक सदस्य को इलाहाबाद जनपद से गिरफ्तार किया गया है। ठगी करने के लिए जालसाजों ने एम्परर मीडिया एण्ड एंटरटेनमेन्ट लिमिटेड और फिनकार्प क्वाईन नाम की कम्पनी खोल रखी थी। इस कंपनी ने विभिन्न राज्यों से करीब 200 करोड़ रुपए की ठगी को अब तक अंजाम दिया है। पकड़े गये आरोपी ने इस खेल से जुड़े कई लोगों के नाम भी एसटीएफ को बताये हैं।
एसएसपी एसटीएफ अभिषेक सिंह ने बताया कि एसटीएफ को कुछ दिनों से इस बात की सूचना मिल रही थी कि इलाहाबाद, लखनऊ और अन्य जनपदों मेें फर्जी कम्पनियां बनाकर फिल्म जगत में निवेश के नाम पर लोगों से ठगी की जा रही है। इस सूचना पर एसटीएफ की टीम को छानबीन के लिए लगाया गया था।
छानबीन में इस बात का पता चला कि इलाहाबाद के सिविल लाइंस और लखनऊ के विभूतिखण्ड थाने में इस तरह की ठगी के दो अलग-अलग मामले दर्ज हैं। छानबीन के दौरान एसटीएफ को इस गैंग से जुड़े एक व्यक्ति के बारे में पता चला। बीती रात एसटीएफ ने मुखबिर और सर्विलांस की मदद से इलाहाबाद के सिविल लाइंस इलाके से इलाहाबाद निवासी ओम प्रकाश को गिरफ्तार किया। एसटीएफ ने पकड़े गये आरोपी के पास से एक कम्प्यूटर, तीन मोबाइल फोन, एक नेट सेंटर, चेक, एक लैपटाप, कुछ रुपये और मोहरें बरामद की।
पूछताछ में आरोपी ने खोले कई राज
पूछताछ के दौरान पकड़े गये आरोपी ओम प्रकाश ने एसटीएफ को बताया कि वह आनलाइन प्राइवेट कम्पनियो में पूर्व से ही काम करता रहा है। इसी दौरान उसकी मुलाकात बरेली निवासी मोहम्म असीर से हुई। जिसने उसे एम्परर मीडिया एवं एटरटेनमेंट प्राइवेट लिमिटेड कम्पनी के बारे में बताया और उसे 14 मार्चए 2017 को इस कम्पनी के सेमिनार में गोल्डन ब्लासम रिसार्टए फैजाबाद रोड लखनऊ ले गया।
इस सेिमनार में भोजपुरी के कई कलाकार अजीत आनन्द व इस कम्पनी की डायरेक्टर अनारा गुप्ता व नरेश शर्मा व प्रदीप शर्मा व शत्रुधन टी सिंह मौजूद थे। दूसरे दिन लिवाना साइबर हाईटस बिल्डिग विभूति खण्डए लखनऊ में स्थित एम्परर मीडिया एवं एंटरटेनमेंट प्राइवेट लिमिटेड कम्पनी मुख्यालय पर गया जहां पर उन्हें बताया गया कि यह कम्पनी हिन्दी व भोजपुरी फिल्मे बनाती है।
इस कम्पनी ने कई फिल्मों में पैसा लगाया गया है। जिससे कम्पनी को भारी लाभ अर्जित हुआ है। उसको बताया गया कि पहले फिल्मों में माफिया लोग पैसा लगाते थे लेकिन यह कम्पनी आम आदमी का पैसा लगवाकर फिल्मों से होने वाला लाभ आम आदमी को देती है। यह लीगल कम्पनी है व सरकार से मान्यता प्राप्त है। कम्पनी के लोगों ने उससे कहा कि इसमें जितना पैसा लगाओगे उसका 6 प्रतिशत साप्ताहिक लाभ मिलता रहेगा और जितने लोगो को वह इसमे जोडता जायेगा उसका 10 प्रतिशत लाभ भी कम्पनी उसे दे दी।
असीर ने यह भी बताया कि उसने अपनी एक कम्पनी ब्रिक्स ले इन्फ्रा प्राइवेट लिमिटेड से सम्बन्धित वेब brickslay.com खोल रखी थी। इसी कम्पनी आफिस में उसने अपना काम शुरु कर दिया। एम्परर मीडिया एवं एटरटेनमेंट प्राइवेट लिमिटेड के डायेरेक्टर्स के कहने पर मो असीर ने उसे अपना पार्टनर बना कर कम्पनी की एक मेल आईडीemperorscreen.com पर आईडी asheer01 के माध्यम से लोगो को जोडना शुरु कर दिया और लोगो का पैसा एम्परर मीडिया एवं एंटरटेनमेंट प्राइवेट लिमिटेड कम्पनी के बैक आफ इण्डिया इन्दिरा नगरए लखनऊ व एक्सिस बैक विभूति खण्ड लखनऊ, इंडसाइंड बैंक विभूति खण्ड लखनऊ, स्टेट बैंक आफ इण्डिया, कोटक महिन्द्रा आदि में खुले बैंक खातों में जमा कराया।
20 मई 2017 से अब तक 1011 लोगो की आईडी बनवाकर लगभग दो से तीन करोड रुपये उक्त कम्पनी में उसके द्वारा जमा कराये गये। कम्पनी समय समय पर अपना खाता सख्या बदलती रहती थीं। माह अक्टूबर में पुराने निवेशकर्ताओं के खातों में पैसा आना बन्द हो गया। इस सम्बन्ध में उसने कम्पनी के डायरेक्टर्स अनारा गुप्ता, प्रदीप शर्मा , नरेश शर्मा शत्रुधन टी सिंह से सम्पर्क किया और आपसी मीटिंग की गयी, जिसमें यह तय हुआ कि पुराने ग्राहकों को यह बताया जाय कि वे लोग अभिनेता अजय देवगन को लेकर फिल्म दिलवाले पार्ट-2 बना रहे हैं जिसमें कम्पनी का लगभग 35 करोड रुपये लग गया है। फिल्म लांचिंग के बाद लोगो को और ज्यादा लाभ का भुगतान किया जायेगा।
इसी प्रकार नये लोगो को जोडते हुए अपना-अपना लाभ कामाया जाए। मीटिग में डायेरेक्टर्स ने बताया गया कि सिर्फ चार माह तक ही ग्राहकों को जोडना है। उसके बाद यह कम्पनी बन्द कर दी जायेगी और किसी और नाम से शुरू कर दी जायेगी। इस समय कम्पनी नये खाता सख्यां पर फिनकार्प क्वाइन खरीदने के नाम पर अन्य ग्राहको को जोडकर पैसा जमा करा रही थी। कुछ दिन पहले इस कम्पनी के पूर्व डायरेक्टर अर्पिता माली से आपसी विवाद के कारण कुछ बैंक खाते सीज हो गये थे। जिनको खाता सख्या उसे याद नही है। इस कम्पनी का विस्तार उत्तर प्रदेशए, हरियाणा, चण्डीगढ, राजस्थान, मध्यप्रदेश छत्तीसगढ़ और राज्यो के विभिन्न जनपदो तक किया गया है। इससे लगभग 45 हजार लोग जुडे होने व 150 से 200 करोड कम्पनी के विभिन्न खातों में जमा होने की बात डायेरेक्टर ने बतायी गयी।
बड़े-बड़े कार्यक्रम कर लोगों को करते थ प्रभावित
ज़नपदों में बड़े-बड़े सेमिनार का आयोजन कर कम्पनी का प्रचार कर लोगो को इसमे पैसा लगाने के लिये प्रोत्साहित किया जाता रहा है। सेमिनार में हिन्दी व भोजपुरी फिल्मों व टीवी एक्टर्स को बुलाया जाता है। जिससे लोगों में कम्पनी के प्रति विश्वास बना रहे। इस कम्पनी के विभिन्न वीडियो क्ल्पि Emperorscreen media  पर मौजूद हैं। इस कम्पनी का सभी कार्य आनलाइन emperorscreen.com पर होता था। किसी भी ग्राहक को कोई भी लिखित दस्तावेज नही दिया जाता है। आरोपी ने बताया कि इस पूरे धन्धे में हेराफेरी करके उसे 15 लाख रुपये मिला है जो उसके अपने और अपने भाई के खातो में जमा कराये हैं। फिलहाल एसटीएफ की टीम इस गैंग से जुड़े अन्य लोगों के बारे में पता लगा रही है।