लखनऊ: उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के सरोजनीनगर इलाके में कैंसर पीडि़ता किशोरी के साथ शनिवार की रात एक ऐसी घटना घटी, जिसका दर्द शायद वह पूरी जिंदगी नहीं भूल सकेगी। किशोरी को उसका एक परिचित बहाने से अपने साथ बुलाकर ले गया। इसके बाद उसने अपने साथी के साथ मिलकर किशोरी के साथ गैंगरेप किया और फिर उसको बिजनौर इलाके में सुनसान जगहा पर छोड़ दिया। रात के अंधरे में किशोरी ने एक बुलेट सवार युवक से मदद मांगी तो उसने मदद के नाम पर उसके साथ दुराचार किया और छोड़कर भाग निकला। किशोरी किसी तरह बिजनौर इलाके में मौजूद पुलिस के पास पहुंची और फिर वहां से अपने घर। इस मामले में तीन आरोपियों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज करायी गयी है। पुलिस ने मदद के नाम पर किशोरी से दुराचार करने वाले को गिरफ्तार कर लिया है,जबकि गैंगरेप के आरोपी फरार हैं और पुलिस उनकी तलाश में लगी है।
एसपी पूर्वी सर्वेश कुमार मिश्र ने बताया कि सरोजनीनगर इलाके मेें एक किशोरी अपने परिवार के साथ रहती है। किशोरी कैंसर पीडि़त है। बताया जाता है कि शनिवार की शाम किशोरी घर से कुछ सामान खरीदने के लिए निकल थी। इसके बाद वह वापस घर नहीं लौटी। किशोरी को उसके गांव के रहने वाले परिचित रहीमाबाद गांव निवासी शुभम ने बीच रास्ते में ही रोक लिया और बहाने से उसको एक अज्ञात स्थान पर बुलाकर ले गया।
वहां पर शुभम के साथ उसका एक साथी सुमितभी मौजूद था। किशोरी का कहना है कि पहले तो उन लोगों ने उसको चाय और समोसा खिलाया। इसके बाद दोनों आरोपियों ने बारी-बारी से उसके साथ गैंगरेप किया। अंधरा होने पर आरोपी किशोरी को बिजनौर रोड पर छोड़कर फरार हो गये। किशोरी रात के अंधरे में इधर-उधर भड़क रही थी।
इस बीच उसने बंथरा निवासी बुलेट सवार वीरेन्द्र नाम के एक युवक को देखा और मदद मांगी। किशोरी को अकेला देख वीरेन्द्र की नियत भी उस पर खराब हो गयी। मदद की आड़ में आरोपी वीरेन्द्र किशोरी को भदरसा गांव के जंगल में ले गया और अपनी हवस का शिकार बनाया। इसके बाद आरोपी किशोरी को बिजनौर के पास अकेला छोड़कर फरार हो गया।
इस घटना के बाद किशोरी किसी तरह बिजनौर इलाके में मौजूद पुलिस चौकी पहुंची। उसने सारी बात पुलिस वालों को बतायी। इसके बाद पुलिस वालों ने किशोरी के परिवार वालों से सम्पर्क किया और फिर किशोरी को उसके परिवार वालों के हवाले कर दिया गया।
घर पहुंचकर किशोरी ने अपने साथ हुई हैवानियत के बारे में परिवार वालों को बताया। किशोरी की बात सुन परिवार के लोग भी सन्न रह गये। वह लोग पीडि़त किशोरी को सरोजनीनगर थाने लेकर पहुंचे। मामले की गंभीरता को देखते हुए सरोजनीनगर पुलिस ने आरोपी सुमित, शुभम और वीरेन्द्र के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर ली।
रविवार की सुबह इस मामले में पुलिस ने बंथरा निवासी वीरेन्द्र को गिरफ्तार कर लिया। वहीं गैंगरेप के आरोपी सुमित और शुभम की तलाश में पुलिस लगी है। एसपी पूर्वी ने बताया कि पीडि़त किशोरी को मेडिकल के लिए भेज दिया गया है और कानूनी कार्रवाई की जा रही है।
नहीं दर्ज की थी पुलिस ने गुमशुदगी
पीडि़त किशोरी के गायब होने के बाद उसके परिवार के लोग इस बात की शिकायत लेकर सरोजनीनगर पुलिस के पास शनिवार की रात को पहुंच थे। परिवार वालों ने किशोरी की गुमशुदगी दर्ज करने के लिए पुलिस से कहा भी था, पर पुलिस ने किशोरी को तलाशने की बात कहते हुए रविवार की सुबह आकर रिपोर्ट दर्ज करने की बात कहते हुए टरका दिया था।
पुलिस बूथ से कुछ मीटर दूरी पर हुआ गैंगरेप
किशोरी के उसका परिचित शुभम घूमाने के बहाने से नटकुर इलाके में एक कोठरी में ले गया था। बताया जाता है कि जहां पर कोठरी बनी हुई, वहीं से कुछ दूरी पर सरोजनीनरगर पुलिस का सहायात बूथ भी है। बावजूद इसके बूथ पर एक भी पुलिसकर्मी नहीं मौजूद था। शायद इसी का फायदा आरोपी शुभम और सुमित ने उठाया। वहीं आरोपी वीरेन्द्र ने भी पुलिस की सुस्त पड़ी गश्त का फायदा उठाते हुए पुलिस को मदद की बात कही और उसको भदरसा गांव के जंगल में ले जाकर दुराचार किया। दोनों की घटनाओं के आरोपी किशोरी को वारदात के बाद छोड़ कर फरार हो गये और रात्रि गश्त में मौजूद पुलिस को कुछ भी पता नहीं चल सका।