गूगल अपने उपयोगकर्ताओं को नई-नई सुविधा से परिचित कराता रहता है। उसके नए फीचर के बाहर आते ही किसी न किसी कंपनी और ऐप बनाने वाली कंपनी को टक्कर भी मिलती है। अब बताया जा रहा है कि जल्द ही गूगल फोन ऐप में एक नए फीचर से परिचय कराएगा। यह फीचर बिल्कुल वैसा ही होगा जैसा ट्रूकॉलर का है यानी आपको अनचाही और फर्जी कॉल से छुटकारा मिल सकेगा। यह फीचर लांच होगा तो सीधे ट्रूकॉलर जैसी कंपनी को टक्कर मिलेगी। गूगल इसमें काफी समय से काम कर रहा है।
किसके लिए होगा फीचर, कैसे मिलेगा फायदा
गूगल के नए फीचर को फोन ऐप में डिफाल्ट के तौर पर सेट करने की बात कही जा रही है। इस तरह कोई भी कॉल आने पर आपको पता चलेगा कि कौन फोन कर रहा है। यह बिल्कुल वैसे ही काम करेगा जैसे ट्रूकॉलर काम करता है। फोन उठाने से पहले ही अपको पता चल जाएगा कि कौन फोन कर रहा है। इसके अलावा अगर आप हेडफोन यूज कर रहे होंगे फिर भी आपको फोन की घंटी सुनाई देगी।
इस तरह काम करेगा फीचर
गूगल फोन ऐप के नए फीचर को इस्तेमाल करने के लिए उपयोगकर्ताओं को गूगल फोन ऐप पर क्लिक करना होगा। साथ ही उपयोगकर्ता को सेटिंग पर जाना होगा। इसके बाद कॉलर आईडी विकल्प दिखेगा जिस का बटन दबाना होगा। कॉलर आइडी को डिफॉल्ट के तौर पर डिसेबल करेंगे तो आलवेज और नेवर आप्शन पर जाकर उसे क्लिक करना होगा। इस तरह आप इस ऐप का इस्तेमाल कर सकेंगे।
क्या बता रहे हैं विशेषज्ञ
गूगल के फोन ऐप को इस्तेमाल करने को लेकर विशेषज्ञ बता रहे हैं कि अभी तक ट्रूकॉलर को लेकर लोगों में भ्रांति थी कि उनका डेटा चोरी हो रहा है उसमें सेंध लग रही है। लेकिन गूगल के इस तरह के ऐप के सामने आने के बाद उपयोगकर्ताओं के पास यह कोई विकल्प ही नहीं होगा। एक तरह से देखा जाए तो गूगल के पास उपयोगकर्ताओं की जानकारी पहले से ही मौजूद है। ऐसे में गूगल का यह ऐप कितना फेमस हो पाएगा यह बताना जल्दबाजी होगी। तकनीकी विशेषज्ञों का कहना है कि गूगल फोन ऐप के जरिए लोगों को ट्रूकॉलर से बेहतर सुविधाएं मिल सकती हैं क्योंकि यह अपने आप में काफी विस्तृत है।
यहां उठा सकते हैं सुविधा का लाभ
गूगल की ओर से लांच किए गए गूगल फोन ऐप को अभी आइओएस के लिए नहीं बनाया गया है लेकिन जल्द ही इसे उसके लिए भी तैयार किया जाएगा। अभी फिलहाल तो इसका उपयोग उपयोगकर्ता गूगल पिक्सल के अलावा एंड्रायड और टैबलेट में उपयोग कर सकते हैं। जानकारी के मुताबिक गूगल का यह ऐप वर्क फ्राम होम के लिए काफी उपयोगी बताया जा रहा है। अभी मौजूदा समय में गूगल का यह ऐप ट्रूकॉलर को ही टक्कर देते दिख रहा है। इसके अलावा कई अन्य प्रकार के भी ऐप हैं लेकिन गूगल ने इस ऐप के माध्यम से ट्रूकॉलर के उपयोगकर्ताओं को अपनी ओर खींचना शुरू किया है।
अभी भी चल रहा है काम
फिलहाल यह ऐप लांच होने से पहले ट्रूकॉलर ऐप को लेकर लोगों का विश्वास कम हो चुका है। तमाम रिपोर्टों के अनुसार ट्रूकॉलर को कई बार अनइंस्टॉल करने के बाद इसे इंस्टॉल नहीं किया। वहीं जिस सिस्टम के तहत यह फीचर काम करता है उसमें गूगल के पास काफी महारथ हासिल है। जानकारी के मुताबिक डायलर ऐप से गूगल कॉलर आइडी को जोड़ने का काम में लगी है। अभी भी इसमें काफी काम किया जा रहा है।
GB Singh