5जी की तेज स्पीड का इंतजार कर रहे ग्राहकों के लिए यह एक अच्छी खबर भी हो सकती है और मायूस करने वाली भी। बताया जा रहा है कि पिछले दिनों 5जी कॉलिंग की टेस्टिंग केंद्रीय मंत्री ने कर ली है, ऐसे में जल्द ही इसके स्पैक्ट्रम की नीलामी के बारे में भी तैयारी शुरू कर दी गई है। कंपनियों इसमें अपनी बिड लगाएंगी और उसके बाद सेवाएं शुरू होने का काम दिखेगा। लेकिन इसका ग्राहक बनने को लेकर शुरू में एक शर्त की बात भी सामने आ रही है। क्या है वो, आइए जानते हैं।

किन्हें मिलेगी सेवा
बताया जा रहा है कि जो कंपनी 5जी स्पैक्ट्रम के लिए बोली लगाएगी उन्हीं कंपनियों को ही सेवा देने के लिए चुना जाएगा। बोली न लगाने वाली कंपनी 4जी बैंड पर 5जी की सेवा नहीं दे सकेंगी। जानकारी के मुताबिक, बैंक आफ अमेरिका सिक्योरिटीज ने कहा है कि रिलायंस जियो और भारती एयरटेल 5जी स्पैक्ट्रम को खरीदने के लिए स्थिति में दिख रहे हैं, लेकिन अन्य कंपनियों को लेकर अभी कुछ कहा नहीं जा सकता है। वैसे भी काफी नुकसान और कर्ज के बाद कई कंपनियां बुरी स्थिति में पहुंच गई थीं, लेकिन कंपनियां अभी तैयारी कर रही हैं।
कौन ग्राहक हो सकते हैं वंचित
मीडिया में आई रिपोर्ट में कहा गया है कि एक महत्त्वपूर्ण सर्किल में 5जी के लिए अगर कोई कंपनी बोली नहीं लगा पाती है तो उसे 4जी बैंड पर 5जी की सेवा दे पाना काफी मुश्किल हो जाएगा। ऐेसे में उस कंपनी के ग्राहकों को समस्या हो सकती है। क्योंकि नेटवर्क की क्षमता पर ज्यादा बोझ नहीं डाला जाएगा। बता रहे हैं कि 5जी स्पैक्ट्रम का आरक्षित मूल्य भी काफी ऊंचा होगा, ऐसे में नई टेलीकाम कंपनियां आएं ऐसा कम दिख रहा है। मजबूत कंपनियों में कुछ ही हैं जो इसमें दांव लगा सकती हैं। वैसे स्पैक्ट्रम की अगली नीलामी को लेकर अभी  कुछ जानकारी नहीं है लेकिन सरकार इसी साल जून या जुलाई में इसे शुरू कर सकती है। इसके बाद इसी साल सेवा शुरू हो सकती है 5जी की।
GB Singh
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