देशभर में एक ही टैक्स का सिस्टम जीएसटी लागू हो गया है. कई लोगों को अभी इस सिस्टम के बारे में ज्यादा कुछ समझ नहीं आ रहा है. इसी नज़ाकत को देखते हुए देशभर में CA और टैक्स के जानकारों ने अपनी फीस में बढ़ोतरी कर दी है. 1 जुलाई से लागू हुए GST के बाद CA’s ने छोटे बिजनेस के लिए अपनी फीस में 15 फीसदी और बड़े बिजनेस के लिए 30 फीसदी तक की बढ़ोतरी की है.
इंडियन एक्सप्रेस की खबर के मुताबिक, ऐसा करने से बिजनेस करने वालों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. रिटेल ट्रेडर्स वेलफेयर एसोसिएशन के अध्यक्ष विरेन शाह ने कहा कि क्योंकि लोगों को अभी इस सिस्टम के बारे में ज्यादा जानकारी नहीं है, इसलिए वह इनके जानकारों के पास जा रहे हैं. लेकिन CA और इसके जानकारों ने फीस में बढ़ोतरी कर दी है जिससे काफी मुश्किल हो रही है.
ICAI की एक रिपोर्ट के मुताबिक, GST के लागू होने से सीए की फीस में लगभग 15,000 करोड़ रुपये तक की बढ़ोतरी आएगी. आपको बता दें कि देशभर में लगभग 3 लाख सीए हैं, वहीं इसके अलावा 1.5 लाख ऐसे लोग हैं जो टैक्स के जानकार हैं.
गौरतलब है कि GST आने के बाद रिटर्न्स भरने के कई तरीकों में बदलाव आया है, जो कि अभी कुछ ही लोगों के समझ में आया है हालांकि सरकार का दावा है कि इसमें कोई परेशानी नहीं होगी. फिर भी लोग बिना किसी सलाहकार के इसे समझने में नाकाफी हैं.
मोदी ने की थी तारीफ
आपको बता दें कि हाल ही में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी CA के एक ग्रुप को संबोधित किया था, जिसमें उन्होंने GST लागू होने के बाद उनके योगदान के बारे में बताया था. पीएम मोदी ने कहा कि GST भारत के अर्थव्यवस्था में एक नई राह की शुरुआत है. चार्टर्ड अकाउंटेंट्स को देश की संसद ने पवित्र अधिकार दिया है. जीएसटी आर्थिक स्वास्थ्य के लिए जरूरी है. सीए अर्थजगत के बड़े स्तंभ है, जिन पर देश की आर्थिक जिम्मेदारी होती है. उन्होंने कहा कि शास्त्रों में चार पुरुषार्थ बताए गए हैं, जिसमें अर्थ, धर्म, काम और मोक्ष शामिल हैं. उन्होंने कहा कि चार्टर्ड अकाउंटेंड अर्थजगत के ऋषि-मुनि हैं, जो इस अर्थ के क्षेत्र में लोगों को मार्ग दिखाते हैं.