होटल पर लगने वाला नया जीएसटी रेट बुधवार से लागू हो गया है. जीएसटी रेट 5 फीसदी होने के बाद भी लोगों को कीमतों में ज्यादा राहत न देने पर लोगों ने मैकडोनल्ड की सोशल मीडिया पर खिंचाई करनी शुरू कर दी है. घटे रेट का फायदा ग्राहकों को न देने को लेकर रेस्तरां ने अपनी ओर से सफाई जारी की है.जलसमाधि ले लेगी अब हमारी पृथ्वी, 2 डिग्री और बढ़ी धरती पर गर्मी
मैकडोनल्ड ने एक ट्वीट कर कहा है कि जीएसटी रेट भले ही 18 फीसदी से 5 फीसदी कर दिया गया है, लेकिन इनपुट टैक्स क्रेडिट हटा दिया गया है. इसकी वजह से हमारा ऑपरेशनल कॉस्ट बढ़ गया है.
रेस्तरां ने कहा कि हमने कीमतों के ढांचे में कुछ ऐसे बदलाव किया है, जिससे ग्राहकों की जेब पर ज्यादा बोझ न पड़े और उनकी तरफ से चुकाया जाने वाला बिल समान रहे.
जीएसटी परिषद ने पिछले दिनों 200 से भी ज्यादा उत्पादों के रेट में बदलाव किया है. इसमें होटल पर लगने वाले जीएसटी रेट को भी घटाया गया है. पहले जहां एसी वाले होटलों को 18 फीसदी जीएसटी और नॉन-एसी वालों को 12 फीसदी जीएसटी देना पड़ता था. अब यह रेट घटाकर दोनों तरह के होटलों के लिए 5 फीसदी कर दिया गया है.
रेस्तरां और होटलों की काउंसिल पहले ही इस बात का संकेत दे चुकी है कि जीएसटी रेट घटाए जाने से उसे कोई फायदा नहीं होगा. क्योंकि इसमें इनपुट टैक्स क्रेडिट घटा दिया गया है. इससे उनका खर्च बढ़ेगा और वह मेन्यू प्राइस बढ़ा सकते हैं. उन्होंने कहा था कि वह 12 फीसदी तक चार्ज बढ़ा सकते हैं.
इसका असर दिखने भी लगा है. होटल मालिकों ने मेन्यू प्राइस बढ़ाना भी शुरू कर दिया है. इसकी वजह से जीएसटी रेट के घटने का फायदा आम लोगों को नहीं मिल पा रहा है. हालांकि अभी सभी होटल व रेस्टोरेंट ने रेट नहीं बढ़ाए हैं.