वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने पिछले दिनों जीएसटी काउंसिल की बैठक में अध्यक्षता की। बैठक चंडीगढ़ में हुई थी। इस दौरान कई ऐसे फैसले हुए जिससे लोगों को फिर से हैरानी हुई है। न केवल कई चीजों के दाम जीएसटी लगने से बढ़ गए हैं बल्कि महंगाई के समय में दिक्कत और बड़ गई है। बैठक में किप्टोकरेंसी पर भी चर्चा हुई। आइए जानते हैं।
जानिए किन चीजों के दाम हुए महंगे
जीएसटी काउंसिल की बैठक छह महीने के बाद हुई है। बैठक को वित्त मंत्री ही अध्यक्षता कर सकते हैं। यह जीएसटी लागू होने के बाद 47वीं बैठक है। इसमें टैक्स को लेकर चर्चा हुई। जिन चीजों के दाम बढ़े हैं उससे सीधे तौर पर मध्यम वर्ग पर असर पड़ेगा। इलेक्ट्रिक व्हीकल चाहे बैटरी लगी हो या बिना बैटरी के उसमें 5 फीसद जीएसटी लगेगी। पैकेट पर मिलने वाली दही और लस्सी व छाछ पर 5 फीसद का जीएसटी लगेगा। इसके अलावा लाई, चावल, पनीर, शहद पर 5 फीसद का जीएसटी लगेगा। अनरोस्ट काफी बीन और अनप्रोसीड ग्रीन टी पर 0 से 5 फीसद टैक्स। प्रिंटिंग इन पर 5 से 12 फीसद जीएसटी। एलईडी लाइट और लैंप पर 12 से 18 फीसद जीएसटी। इसके अलावा होटल में रुकना भी अब महंगा होगा। इस पर 12 फीसद का जीएसटी लगेगा। अस्पताल में भी जिस रूम का शुल्क 5000 से ज्यादा होगा उस पर 5 फीसद का जीएसटी लगेगा।
कुछ चीजों से हटा है टैक्स
जीएसटी काउंसिल में जहां कुछ चीजों पर टैक्स लगने से दिक्कत बढ़ गई है वहीं अब कुछ वस्तुओं से जीएसटी हटा भी दिया गया है। फूड बिजनेस आपरेटर को एफएसएसएआई से कोई सेवा मिल रही है तो उस पर छूट रहेगी। अखबार, मैग्जीन और रेलवे कलपुर्जों की ढुलाई पर टैक्स छूट रहेगी। इसके अलावा इनवर्टड ड्यूटी स्ट्रक्चर को ठीक करने की सिफारिश भी की गई है। क्रिप्टोकरेंसी के ट्रांसजेक्शन पर भी 28 फीसद जीएसटी लगाने के लिए सरकार ने नई समिति गठित करने का फैसला लियिा है।
GB Singh