कानपुर के कल्याणपुर में बुधवार को दिल्ली पब्लिक स्कूल (डीपीएस) की बच्चों से भरी बस की टक्कर से स्कूटी सवार गौरव मेमोरियल इंटरनेशनल स्कूल (जीएमआईएस) के छात्र की मौत हो गई, जबकि उसका दोस्त गंभीर रूप से घायल हो गया।बड़ी खबर: हल्दीराम की फैक्ट्री में लगी भीषण आग, अभी आग बुझाने का काम जारी
हादसे से भड़के जीएमआईएस के छात्रों और इलाकाई लोगों ने डीपीएस पर धावा बोलकर जमकर बवाल किया। तोड़फोड़ कर की, बस तोड़ डाली, आगजनी की कोशिश की। इससे बस में चीख-पुकार मच गई। बस में सवार बच्चे मदद के लिए शोर मचाने लगे।
कर्मचारियों ने किसी तरह बच्चों को बस से बाहर निकालकर सुरक्षित जगह पहुंचाया। इधर, गुस्साए छात्रों ने लॉन में खड़ी तीन कारों और ग्राउंड फ्लोर का एक-एक सामान तोड़ दिया। इसमें स्कूल प्रबंधक की मर्सडीज कार भी थी। पुलिस ने लाठी पटककर छात्रों को खदेड़ा तो उन लोगों ने और छात्रों के साथ दोबारा स्कूल पर धावा बोल दिया।
हालात इतने बिगड़ गए कि पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा। इसमें 15 छात्र और दो शिक्षक चुटहिल हो गए। पुलिस ने एक शिक्षक को हिरासत में ले लिया। इसके बाद शव का पंचनामा भरकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा जा सका।
गौरव मेमोरियल के छात्रों ने डीपीएस पर हमला बोला, स्कूल तहस-नहस किया
हादसे में अभय की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि दोस्त करनजीत घायल हो गया। यह देख चालक बस को छोड़कर स्कूल के अंदर भाग गया। इधर, पीछे से आ रहे गौरव मेमोरियल के छात्रों ने हादसे के बारे में साथियों और शिक्षकों को बताया तो थोड़ी देर बाद उन लोगों ने चालक को पकड़ने के लिए स्कूल पर धावा बोल दिया। गार्डों ने रोका तो उनको पीट दिया। इसके बाद छात्रों ने स्कूल के अंदर तोड़फोड़ शुरू कर दी।
इसके बाद स्टंप, डंडे और क्रिकेट बैट से स्कूल के गेट और शीशों को तोड़ दिया। एक गेट को उखाड़कर फेंक दिया। सारे गमले तोड़ दिए गए। कल्याणपुर पुलिस ने मौके पर जाकर छात्रों को खदेड़कर भगा दिया तो उन लोगों ने और साथियों व इलाकाई लोगों के साथ स्कूल पर दोबारा धावा बोल दिया। छात्रों की संख्या इतनी ज्यादा थी कि पुलिस मूकदर्शक बनी रही और छात्रों ने मर्सडीज सहित तीन कारों, ऑफिस और गमलों को तोड़ दिया। छात्रों ने भूतल के एक-एक कमरे और ऑफिस में तोड़फोड़ की।
कुछ स्टाफ कर्मियों ने उनको रोकने की कोशिश की तो छात्रों ने उनको भी पीटा। कल्याणपुर पुलिस ने हालात बेकाबू होने की सूचना आला अफसरों को दी तो सीओ सर्किल के फोर्स के साथ वहां पहुंच गए। कुछ ही देर में एसपी पश्चिम गौरव ग्रोवर भी वहां पहुंच गए। पुलिस ने पहले छात्रों को समझाने की कोशिश की, लेकिन वे उनकी बात नहीं सुन रहे थे। इस पर पुलिस को स्थिति को संभालने के लिए लाठीचार्ज करना पड़ा। इसमें 15 छात्र और दो शिक्षक चुटहिल हो गए।
पुलिस ने नीरज पांडेय नाम के एक शिक्षक को हिरासत में भी ले लिया। इसके बाद वहां पर स्थिति सामान्य हुई। इस बीच मृतक छात्र के परिजन स्कूल के बाहर पहुंच गए। वे बेटे की लाश पर बिलख-बिलख कर रोने लगे। सीओ ने उनको ढांढस बंधाकर शांत कराया।
सीओ और एसपी पश्चिम ने उन लोगों को समझाने की कोशिश की तो गुस्साए परिजन उनसे भी भिड़ गए। एक रिश्तेदार एक दरोगा की रिवाल्वर पकड़कर कहने लगा कि मुझे गोली मार दो। एसपी ने किसी तरह उनको समझाकर शांत कराया।
एक महीने पहले बस छोड़ी थी
अभय पहले बस से स्कूल जाता था। उसने एक महीने पहले ही बस छोड़ी थी। एक रिश्तेदार के मुताबिक बस में उसको काफी समय लगता था। इसलिए उसने बस छोड़ी थी। अब वह टेंपो और आटो से स्कूल जाता था।
पुलिस ने घायल करनजीत को कल्याणपुर स्थित अभिषेक नर्सिंगहोम भेजा था, लेकिन जब मीडिया कर्मी वहां पहुंचे तो छात्र वहां नहीं था। पुलिस को भी नहीं मालूम कि वहां से करनजीत कहां गया। माना जा रहा है कि परिजन उसको अपने साथ ले गए।