पूरी दुनिया में बिटकाइन इतना फेमस हो गया है कि लोग उसे जानना चाहते हैं और निवेश करना चाहते हैं। लेकिन बिटकॉइन इकलौता नहीं है बल्कि क्रिप्टोकरेंसी की दुनिया में 150 से अधिक ऐसी करेंसी हैं जो डिजिटल फार्म में हैं और लोग उनमें निवेश कर रहे हैं। क्रिप्टोकरेंसी यानी कि एक ऐसी डिजिटल मनी जो दिखाई तो नहीं देती लेकिन उसी वैल्यू आम रुपयों के जैसे ही होती है।
पिछले सालों में इस पर रोक लगाने के बाद अब फि र से भारत इस ओर अपने कदम बढ़ाने की तैयारी कर रहा है। इसको लेकर जल्द ही कोई कानून बन सकता है जिससे इसमें निवेश करना यह पूरी तरह से वैध होगा और इसके कुछ नियम कायदे होंगे। अभी क्या है स्थिति इस पर नजर डालती यह रिपोर्ट।
कोई नियम कायदे नहीं है
भारत में क्रिप्टोकरेंसी को लेकर कोई नियम कायदे नहीं है। इस मामले में धोखाधड़ी और अत्यधिक हानि से बचने के लिए 2018 में भारत सरकार ने इसे प्रतिबंधित कर दिया था लेकिन कोर्ट के आदेश पर इसको लेकर नियम बनाने की बात कही गई। अब संसद में क्रिप्टोकरेंसी एंड रेगुलेशन आॅफ आफिशियल डिजिटल करेंसी बिल पेश करने को लेकर बात चल रही है। अभी तक कोई नियामक संस्था न होने से इस तरह के बाजार पर नजर रख पाना मुश्किल है। अगर यह विधेयक आता है तो भारत में क्रिप्टो करेंसी के इस्तेमाल को लेकर कानूनी जामा पहना दिया जाएगा। जबकि इससे पहले वित्त मंत्री ने भी अपनी राय जाहिर करते हुए कहा था कि इसपर प्रतिबंध लगाने की कोई आवश्यकता नहीं है।
लोगों की उम्मीद है कि अच्छा होगा, निवेश करेंगे
एक सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर क्रिप्टोकरेंसी से जुड़ा अपना अनुभव साझा करने वाले विपल्ब (बदला हुआ नाम) कहते हैं कि उन्हें क्रिप्टोकरेंसी में निवेश से दो सप्ताह में तीन गुना ज्यादा फायदा हुआ और वे इसे इक्विटी से बेहतर बताते हैं। वो कहते हैं कि आप छोटे निवेशक हैं और आपके पास ज्यादा पैसै नहीं हैं तो आप छोटे–छोटे करेंसी पर दांव लगा सकते हैं। वह कहते हैं कि अगर एक ही करेंसी को टारगेट करके जिसका दाम 0 से 5 रुपए के बीच में और मार्केट में इतिहास अच्छा हो तो उसमें पैसा लगा सकते हैं। वह इसे सुरक्षित भी मानते हैं। इसके लिए कई तरह के ऐप भी बाजार में मौजूद हैं। वहीं एक अन्य युवा बताते हैं कि उनको भी इसमें निवेश का काफी मन है लेकिन वह सरकार की ओर से नियम बनाए जाने का इंतजार कर रहे हैं क्योंकि इससे वह अपने पैसे को लेकर सुरक्षित महसूस करेंगे। वहीं जो मौजूदा समय में इसमें निवेश कर रहे हैं वो जोखिम लेकर फायदा कमा लेना चाहते हैं। अधिकतर लोग अपना नाम न जाहिर करने की शर्त पर कहते हैं कि अगर प्रतिबंध लगता है तो उससे पहले पैसा कमा लेना चाहिए लेकिन अभी भी कई लोग इसके प्रतिबंधित होने की अटकलों को खारिज करते हैं। भारत के पास अभी भी कोई अधिकारिक आंकड़ा इसमें निवेश करने वालों का नहीं है।
चुनौतियां हैं कई
जैसा की जानते हैं कि क्रिप्टोकरेंसी मुद्रा का एक डिजिटल रूप है। यह आॅनलाइन मिलता है न की आपके पर्स में। नियम न होने से इसमें धोखाधड़ी की संंभावनाएं अधिक हैं। सरकार खुद की भी डिजिटल करेंसी ला सकती है या फिर लेन–देन को एक कानूनी टेंडर का दर्जा दे सकती है। हालांकि यह अभी संभावनाओं का बाजार है। मामले में विशेषज्ञ बड़ी चुनौती बताते हैं। भारत में इस तरह की चीजों को समझने में वक्त लग सकता है यहां का बाजार बड़ा है। कार्यान्वयन में चुनौती हो सकती है और इसके साथ ही टैक्स, हवाला और साइबर क्राइम जैसी बड़ी मुश्किलें भी सामने हैं।
बाजार में मौजूद क्रिप्टोकरेंसी
बाजार में अभी बिटकॉइन के अलावा करीब 150 से अधिक क्रिप्टोकरेंसी हैं। जिसमें बिटकॉइन सबसे फायदे में हैं। इसके आलाव एथिरियम, बिनेंसकॉइन, कॉरडानो, , एक्सआरपी, यूएसडी कॉइन, एल्गोरेंड, रैप्डबिटकॉइन,सोलाना, बिटकॉइन कैश, लाइटकॉइन, पोल्काडॉट व अन्य हैं।
GB singh