शेयर बाजार को लेकर लोगों की दिलचस्पी दिखने लगी है। पिछले कुछ सालों में इक्विटी में निवेश करने वालों की संख्या काफी बढ़ी है। खासकर इसमें 25 से 35 साल के लोग ज्यादा शामिल हो रहे हैं। इसका सबसे बड़ा कारण है शेयर बाजार का तेजी से बढ़ना, जोखिम के बावजूद अच्छा रिटर्न और बाजार को लेकर सोच का खुलना। इसलिए तमाम तरह के मोबाइल ऐप और वेबसाइट भी शुरू हो गए हैं जो लोगों को आसानी से शेयर बाजार की भाषा समझा रहे हैं और यहां आसानी से निवेश करना सीखा रहे हैं। लेकिन शेयर बाजार जोखिम के अधीन है इसलिए यहां आने से पहले थोड़ी तैयारी जरूरी है। अगर आप भी शेयर बाजार के बारे में समझना चाहते हैं तो कुछ नियम जरूर जान लेने चाहिए। आइए जानते हैं कौन से हैं वो नियम।
सही चुनाव
शेयर बाजार में निवेश से पहले कंपनी का चुनाव बेहतर होना चाहिए। ताकि आप जिस कंपनी में निवेश कर रहे हैं उससे आपको फायदा हो। कंपनी का अपने शेयरधारकों की पूंजी का 20 फीसद लाभ अर्जित किया होना जरूरी होना चाहिए। कम से कम पांच वर्ष के लिए आपको कंपनी में भाग लेना चाहिए। अगर आप कम अवधि चुनते हैं तो उससे शेयर का प्रदर्शन कंपनी के मूल सिद्धांत के कम और बाजार भाव से अधिक प्रेरित होता है। यह तीन से छह महीने का होता है। कंपनी के प्रदर्शन की जांच उसके तिमाही परिणाम, वार्षिक रिपोर्ट और न्यूज रिपोर्ट से भी कर सकते हैं। एक अच्छा ब्रोकर भी हायर करें।
अपने आप को संभाले
शेयर बाजार में निवेश करने से पहले और बाद में भी सीखना बहुत जरूरी है। यह एक सतत प्रक्रिया है जहां आप हमेशा कुछ न कुछ सीखते हैं। चाहे मुनाफे से हो या फिर घाटे से। इससे आप ही आगे चलकर बाजार में अच्छी जानकारी रखने वाले बनते हैं। इसके अलावा आपको अपने आप को संभालना और अनुशासन में रखना आना चाहिए। ऐसा न हो कि आप घाटे के बावजूद गलत फैसले और फायदे के चक्कर में अपने पैसे डुबा रहे हों। यह भी याद रखें कि किसी भी एक शेयर में अपने कोष का दस फीसद से ज्यादा नहीं निवेश करना चाहिए। भले ही क्यों न वो एक बड़ी कंपनी हो। ज्यादा शेयरों में निवेश करेंगे तो आप उस पर नजर भी नहीं रख सकते। लंबी अवधि के लिए ज्यादा से ज्यादा उतने ही शेयर लें जिनको आप संभाल सकते हैं। टीवी या अन्य जगह टिप्स बताने वालों से सावधान रहे।
अपने निवेश का आकलन करते रहें
शेयर बाजार में निवेश कर रहे हैं तो इस बात का ध्यान रखना बेहद जरूरी है और यह काफी फायदेमंद नियम साबित होता है। आपको अपने निवेश लगातार निगरानी रखनी चाहिए और उसकी हफ्ते या प्रतिदिन समीक्षा भी करनी चाहिए। इससे आप अपने निवेश का आकलन कर पाएंगे और फायदे और नुकसान को पहले से समझ सकते हैं। जो शेयर आपने खरीदे हैं उसक तिमाही परिणामों को जरूर देखें और एक पोर्टफोलियो बनाकर उसका अध्ययन करें। आप देखेंगे कि आपके अनुमान में बदलाव आया है। इससे आप अपने शेयर की जांच कर सकते हैं। इसके अलावा आपको अपनी गलतियों को भी न दोहराने का सबक मिलना चाहिए।ताकि नुकसान दोबारा न हो और अनुभव भी बढ़े।
GB Singh