सावन का महीना शुरू होने वाला है। यह 14 जुलाई से शुरू होगा। इससे पहले देवशयनी एकादशी 10 जुलाई को आएगी जिसमें भगवान योग निद्रा में जाएंगे और शुभ कार्यों में पाबंदी लग जाएगी। उसके बाद महादेव की पूजा में लोग एक माह तक मग्न रहेंगे। इस माह में भगवान शिव की पूजा करने वाले आशीर्वाद ग्रहण करेंगे। हालांकि शिवलिंग की पूजा से ग्रह भी शांत भी किए जा सकते हैं। इसके लिए आपको पूजा करने की विधि को ध्यान से पालन करना होगा। आइए जानते हैं।
कैसे होंगे कष्ट दूर
श्रावण मास 14 जुलाई से शुरू होगा और इस पूरे महीने में महादेव की पूजा की जाएगी। जानकारी के मुताबिक, ग्रह मनुष्य से जुड़े हुए हैं। लेकिन प्रणाली के संचालक शिव जी हैं, इसलिए भगवान शिव की पूजा से ग्रह से संबंधित कष्ट भी दूर होते हैं। भगवान शिव की पूजा करने से ग्रहों के कोप से भी बच सकते हैं। महामृत्युंजय मंत्र का जाप करके भी संकट से बचा जा सकता है।
कैसे करें ग्रहों को शांत
सूर्य को ग्रहों का राजा कहते हैं ऐसे में हड्डी, आंख, दिल व पाचन तंत्र से जुड़ी समस्या आती है। निवारण के लिए आक के पुष्प, पत्ते, बेल पत्र को शिव पर चढ़ाना चाहिए। चंद्रमा से संबंधित बीमारी खांसी, जुकान, निमोनिया है। इससे मुक्ति पाने के लिए शिवलिंग पर दूध चढ़ाकर रुद्राष्टक का पाठ करें। मंगल ग्रह से संबंधित बीमारी से बचने के लिए गिलोय के रस को शिवलिंग पर चढ़ाए। बृहस्पति से जुड़ी बीमारी से बचने के लिए शिवलिंग पर हल्दी मिला हुआ दूध चढ़ाए। शुक्र से संबंधित बीमारी से बचने के लिए पंचामृत, शहद और घी चढ़ाएं। शनि से संबंधित बीमारी से बचने के लिए गन्ने का रस व छाछ का अभिषेक करें। राहु-केतु संबंधित बीमारी से बचने के लिए गन्ने का रस और छाछ चढ़ाएं।
GB Singh