पूर्णिमा के साथ ही माघ माह समाप्त हो जाएगा। बुधवार को माघ पूर्णिमा है और उसके अगले दिन से फाल्गुन माह शुरू हो रहा है। माघ माह काफी खास माना जाता है इसलिए इस दिन कई चीजों का विशेष महत्व है। स्नान और दान करने के साथ ही पूजा की कुछ विधि करनी आवश्यक है। इस दिन आप नदी में स्नान करते हैं और दान करते हैं तो यह अच्छा होगा। कुछ चीजें वर्जित भी बताई गई हैं। इस दिन विधि विधान से पूजा करने पर संकट से निपटारा होता है।
खास संयोग में करें पूजा
माघ पूर्णिमा में पूजा करने के लिए जहां शुभ मुहूर्त को देखना बहुत आवश्यक है, वहीं इस दिन विशेष संयोग बन रहा है। जानकारी के मुताबिक, इस बार माघ माह की पूर्णिमा में अश्लेषा नक्षत्र और कर्क राशि का योग बन रहा है। यह ऐसा योग है जिसमें पूजा करना काफी अच्छा माना जाता है। कहा जाता है कि इस दिन स्नान करने के बाद दान करने से पुण्य मिलता है और इसके बाद हवन और पूजन करना अच्छा होता है।
माघ पूर्णिमा पर वर्जित हैं कुछ चीजें
माघ पूर्णिमा के दिन कुछ चीजों को वर्जित माना गया है। यह चीजें न करें तो अच्छा होगा। कहा जाता है कि पूर्णिमा के दिन अगर आप तामसिक भोजन करते हैं तो यह अच्छा नहीं है। वैसे तो पूर्णिमा के दिन तामसिक भोजन करने की मनाही है ऐसे में आप माघ पूर्णिमा पर तो यह नहीं कर सकते हैं। इस दिन प्याज, लहसुन भी नहीं खा सकते। चंद्र के प्रभाव के कारण लोगों को इस दिन क्रोध नहीं करना चाहिए। इस दिन निंदा करना बुरा होता है। इसलिए किसी को भी बुरा-भला नहीं कहना चाहिए। ऐसे में माता लक्ष्मी नाराज हो सकती हैं। झगड़ा भी नहीं करना चाहिए। घर में सफाई करना अच्छा माना जाता है।