कोई भी खिलाड़ी मैदान पर जब खेलने के लिए उतरता है तो उसके फैंस पवेलियन में उसका उत्साह बढ़ाते नजर आ ही जाते हैं। खिलाड़ियों के लिए उनके फैंस और दर्शक सबसे अहम होते हैं। हालांकि एक मामला ऐसा सामने आ रहा है जिसमें आडियंस में मौजूद फैन की वजह से खिलाड़ी आपस में ही भिड़ गए। वहीं अब पुलिस उस फैन को ढूंढ़ने में जुटी है। तो चलिए जानते हैं कि क्या है पूरा वाक्या और पुलिस उस फैन को क्यों ढूंढने में जुटी है।
एक महिला ने कर दिया था ऐसा कारनामा
फैंस के उत्साह के दम पर खिलाड़ी कठिन परिस्थितियों का सामना करके भी जीती हुई बाजी को जीत जाता है। ऐसे में फैंस खिलाड़ी के जीवन का एक जरुरी हिस्सा बन जाते हैं। कई बार मैदान में ही खिलाड़ी बुरी तरह से चोटिल हो जाते हैं पर फैंस का उत्साह ही उन्हें खेल को बिना रुके आगे खेलते रहने की हिम्मत देता है पर वो कहते हैं न कि ज्यादा उत्साह भी सेहत के लिए सही नहीं है। जी हां… ऐसा ही कुछ फ्रांस की एक प्रतियोगिता में हुआ है। दरअसल टूर डि फ्रांस प्रतियोगिता में एक महिला फैन ने कुछ ऐसा कारनामा कर दिखाया है जिसकी वजह से पुलिस अब उसे ढूंढ़ रही है और उसके मिलते ही उस पर कार्रवाई होगी।
21 राइडर्स को लगी गंभीर चोट
एक साइकिल रेस के दौरान एक महिला फैन की वजह से सैकड़ों साइकिल रेसर एक-दूसरे से भिड़ गए। इस हादसे में 21 राइडर को काफी ज्यादा चोट लग गई। वहीं इस वाक्ये को लेकर पुलिस ने अपनी जांच शुरु कर दी है और महिला को ढूंढने में जुट गई है। महिला की तलाश में पुलिस फेसबुक का भी इस्तेमाल कर रही है।
क्या किया था महिला ने जो हो गया हादसा
साइकिलिंग ट्रैक पर महिला हाथों में बोर्ड लिए खड़ी थी। अपने बोर्ड को पकड़े हुए वो कैमरे की ओर देख रही थी। बता दें कि उस महिला ने ध्यान नहीं दिया कि पीछे से एक साइकिल राइडर आ रहा है। उनके पीछे से राइडर टाॅन मार्टिन उनसे टकरा गए और संतुलन बिगड़ने की वजह से दूसरे साइकिल राइडर से टकरा गए। इसके बाद एक-एक कर सभी साइकिल राइडर एक-दूसरे से टकराते गए। इस हादसे में कई राइडरों को गंभीर चोटें आई हैं। बता दें कि जांचकर्ता जब तक महिला को पकड़ कर उससे पूछताछ करते तब तक वो वहां से भाग निकली। हालांकि महिला ने जो बोर्ड अपने हाथ में पकड़ा हुआ था उसमें लिखा था, ‘कम आन दादा-दादी’। बोर्ड पकड़े हुए वो कैमरे की ओर देख रही थी जिस वजह से उसका ध्यान भटक गया और पीछे से आ रहे राइडर पर वो ध्यान नहीं दे पाई। इस वाक्ये के चलते जर्मन राइडर जाशा को प्रतियोगिता से ही बाहर होना पड़ गया।
ऋषभ वर्मा