बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी पर कब्जे को लेकर भारत और ऑस्ट्रेलिया (India vs Australia) के बीच धर्मशाला में जोरदार संघर्ष देखने को मिल रहा है. मैच में अब टीम इंडिया की पकड़ मजबूत होती दिख रही है. तीसरे दिन का खेल जारी है. बैटिंग में रवींद्र जडेजा के धमाकेदार प्रदर्शन के बाद टीम इंडिया के गेंदबाजों ने दूसरी पारी में जोरदार प्रदर्शन करते हुए कंगारुओं को दबाव में ला दिया है. ग्लेन मैक्सवेल के अलावा कोई भी कंगारू बल्लेबाज टिक नहीं पाया. पहली पारी में भारत से 32 रन से पिछड़ने के बाद ऑस्ट्रेलिया ने दूसरी पारी में 7 विकेट पर 121 रन बना लिए हैं.
उसे भारत पर 89 रन की बढ़त हासिल हो गई है. मैथ्यू वेड (9) क्रीज पर हैं. ग्लेन मैक्सवेल ने 45 रन बनाए, जिसमें 6 चौके और एक छक्का जड़ा. उमेश यादव ने डेविड वॉर्नर को 6 रन पर कीपर साहा के हाथों कैच कराकर भारत को पहली सफलता दिलाई, फिर भुवनेश्वर कुमार ने पहली पारी के शतकवीर स्टीव स्मिथ को बोल्ड कर दिया. इसके बाद उमेश ने मैट रेनशॉ को पैवेलियन की राह दिखाकर ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजी को जोरदार झटका दिया. उमेश यादव और आर अश्विन ने दो-दो विकेट झटके हैं, जबकि रवींद्र जेडजा और भुवनेश्वर ने एक-एक विकेट लिया है. लंच से ठीक पहले ऑस्ट्रेलिया के पहली पारी के 300 रनों के जवाब में टीम इंडिया की पहली पारी 332 रनों पर सिमट गई. इस प्रकार टीम इंडिया को पहली पारी में 32 रनों की बढ़त मिली.
ऑस्ट्रेलिया का विकेट पतन : 1/10 (डेविड वॉर्नर- 6 रन), 2/31 (स्टीव स्मिथ- 17 रन), 3/31 (मैट रेनशॉ- 8 रन), 4/87 (पीटर हैंड्सकॉम्ब- 18 रन), 5/92 (शॉन मार्श- 1), 6/106 (ग्लेन मैक्सवेल- 45 रन), 7/121 (पैट कमिन्स- 12 रन)
सुबह के सत्र तक टीम इंडिया पर हावी दिख रही ऑस्ट्रेलियाई टीम चायकाल तक बिखर गई और दूसरी पारी में उसकी बल्लेबाजी चरमरा गई. चाय के बाद ग्लेन मैक्सवेल ने मैथ्यू वेड के साथ 14 रन ही जोड़े थे कि उनको अंपायर ने आर अश्विन की गेंद पर पगबाधा करार दिया. वास्तव में उन्होंने भीतर की ओर आ रही गेंद पर कोई शॉट ऑफर नहीं किया और विकेटों के सामने पकड़े गए. उन्होंने डीआरएस लिया, लेकिन ‘अंपायर्स कॉल’ हो गई. मैक्सवेल ने 45 रनों की पारी खेली जिसमें 6 चौके और एक छक्का लगाया.
500 का आंकड़ा छूने से 1 रन से चूके स्मिथ!
दूसरी पारी में कंगारू कप्तान स्टीव स्मिथ ने एक बार फिर बड़ी पारी की उम्मीद की होगी, लेकिन भुवनेश्वर कुमार ने उन्हें बोल्ड करके उनके अरमानों पर पानी फेर दिया. सीरीज के टॉप स्कोरर स्मिथ एक रन से 500 का आंकड़ा नहीं छू पाए. स्मिथ ने विवादों के बीच अपना फॉर्म जारी रखते हुए तीन शतकों की मदद से 8 पारियों में 499 रन ठोके हैं. इस सीरीज में टीम इंडिया की ओर से जहां कप्तान विराट कोहली का बल्ला खामोश रहा है, वहीं लोकेश राहुल और चेतेश्वर पुजारा ने शानदार खेल दिखाया है. राहुल सीरीज के तीसरे टॉप स्कोरर हैं. उन्होंने 6 पारियों में अब तक 342 रन बनाए हैं. उनका बेस्ट 90 रन है. दूसरे नंबर चेतेश्वर पुजारा हैं, जिन्होंने 6 पारियों में ही अब तक एक शतक के साथ 405 रन ठोके हैं.
चायकाल से पहले : ऑस्ट्रेलिया के धड़ाधड़ गिरे विकेट
धड़ाधड़ तीन विकेट गिर जाने से ऑस्ट्रेलियाई खेमे में खलबली मच गई. उनके तीन मुख्य बल्लेबाज 31 रन तक में लौट गए. खासतौर से फॉर्म में चल रहे कप्तान स्टीव स्मिथ और मैट रेनशॉ के आउट हो जाने से उन्हें सबसे अधिक झटका लगा. फिर पीटर हैंड्सकॉम्ब का साथ देने आए विस्फोटक बल्लेबाज ग्लेन मैक्सवेल ने पारी को संभाला. मैक्सवेल ने रक्षात्मक की बजाय आक्रामक खेल पर ध्यान दिया और तेजी से रन बनाने शुरू कर दिए. उन्होंने 26 रन के निजी स्कोर तक में ही चार चौके और एक छक्का लगा दिया. दोनों के बीच 56 रन की साझेदारी हुई. मैक्सवेल ने रांची में करियर का पहला शतक लगाया था. पीटर हैंड्सकॉम्ब को आर अश्विन ने 18 रन पर आउट किया. अजिंक्य रहाणे ने स्लिप पर उनका ग्रेट कैच पकड़ा. चायकाल से पहले के अंतिम ओवर की तीसरी गेंद पर रवींद्र जडेजा ने शॉन मार्श (1) के रूप में ऑस्ट्रेलिया को 92 रन पर पांचवां झटका दिया. इसी के साथ चाय की घोषणा हो गई. मैक्सवेल 37 रन पर नाबाद रहे.
नायर ने फिर छोड़ा वॉर्नर का कैच, लेकिन…
लंच के बाद ऑस्ट्रेलिया की दूसरी पारी शुरू हुई. 32 रन की बढ़त हासिल कर चुकी टीम इंडिया के तेज गेंदबाजों ने कसी हुई गेंदबाजी की. उन्हें इसका फायदा भी मिला, जब उमेश यादव ने डेविड वॉर्नर को 6 रन पर लौटा दिया. वॉर्नर को कीपर ऋद्धिमान साहा ने कैच किया. तीसरे ओवर में भुवनेश्वर कुमार की गेंद पर करुण नायर ने एक बार फिर तीसरी स्लिप पर वॉर्नर का कैच छोड़ दिया. वह उस समय 5 रन पर खेल रहे थे, लेकिन फिर भी वह इसका लाभ नहीं ले पाए. स्लिप पोजिशन पर करुण नायर लगातार फेल हो रहे हैं. खास बात यह कि नायर को घरेलू क्रिकेट में स्लिप का बेहतरीन फील्डर माना जाता है, लेकिन वह इंटरनेशनल लेवल पर कैच नहीं पकड़ पा रहे हैं.
ऐसे तीसरे खिलाड़ी बने जडेजा
रवींद्र जडेजा ने इस सीजन में गेंद के साथ-साथ बल्ले से भी कमाल दिखाया है. उन्होंने 2016-17 के सीजन में 50 से अधिक के स्कोर बनाए हैं. धर्मशाला में उन्होंने करियर की सातवीं फिफ्टी ठोकी, जो ऐसे समय आई है, जब टीम इंडिया को इसकी खासी जरूरत थी. विश्व क्रिकेट में जडेजा सहित तीन खिलाड़ी ही ऐसे हैं, जिन्होंने किसी सीजन विशेष में 500 से अधिक रन बनाने के साथ ही 50 से अधिक विकेट भी लिए हैं. इससे पहले ऑस्ट्रेलिया के मिचेल जॉनसन ने 2008-09 के सीजन में और भारत के ही कपिल देव ने 1979-80 के सीजन में यह कमाल किया था.
भारत के खिलाफ स्पिनरों में लियोन दूसरे नंबर पर
टीम इंडिया के खिलाफ सबसे अधिक विकेट लेने वाले स्पिनरों के मामले में धर्मशाला में पहली पारी में 5 विकेट चटकाने वाले नैथन लियोन दूसरे नंबर पर हैं. उन्होंने अब तक 14 मैचों में 64 विकेट झटक लिए हैं. नंबर वन पर 22 मैचों में 105 विकेटों के साथ श्रीलंका के मुथैया मुरलीधरन हैं, तीसरे नंबर पर विंडीज के लांस गिब्स भी हैं, जिन्होंने 15 टेस्ट में 63 विकेट लिए थे. लियोन ने एक पारी में पांच विकेट लेने का कमाल नौवीं बार किया है. इनमें से पांच बार तो उन्होंने भारत के खिलाफ ही ऐसा किया है.
टीम इंडिया की पारी का अपडेट
दिन के खेल की पहली ही गेंद पर जडेजा को अंपायर ने आउट दे दिया था. हालांकि वह डीआरएस से बच गए थे. जडेजा ने खुलकर बैटिंग की और चार छक्के भी लगाए. ऋद्धिमान साहा ने 31 रन बनाए. टीम इंडिया के साथ लक फैक्टर भी रहा, फिर भी वह बड़ी बढ़त हासिल नहीं कर पाई. दूसरे दिन भी उसे भाग्य का भरपूर साथ मिला. भले ही वह उसे भुना नहीं पाई थी. लंच से ठीक पहले ऑस्ट्रेलिया के पहली पारी के 300 रनों के जवाब में टीम इंडिया की पहली पारी 332 रनों पर सिमट गई. इस प्रकार टीम इंडिया को पहली पारी में 32 रनों की बढ़त मिली. टीम इंडिया की ओर से लोकेश राहुल ने 60, चेतेश्वर पुजारा ने 57 रन, तो कप्तान अजिंक्य रहाणे ने 46 रनों का योगदान दिया. कंगारू टीम से नैथन लियोन ने 5 विकेट, पैट कमिन्स ने 2 विकेट, तो जॉश हेजलवुड और स्टीव ओकीफी ने एक-एक विकेट लिया.
टीम इंडिया का विकेट पतन : 1/21 (मुरली विजय- 11 रन), 2/108 (लोकेश राहुल- 60 रन), 3/157 (चेतेश्वर पुजारा- 57 रन), 4/167 (करुण नायर- 5 रन), 5/216 (अजिंक्य रहाणे- 46), 6/221 (आर अश्विन- 30), 7/317 (रवींद्र जडेजा- 63 रन), 8/318 (भुवनेश्वर कुमार- 0), 9/318 (ऋद्धिमान साहा- 31), 10/332 (कुलदीप यादव- 7)