भारत और श्रीलंका के बीच तीन टेस्ट मैचों की सीरीज का दूसरा टेस्ट एसएससी स्टेडियम कोलंबो में खेला जा रहा है. पहले बल्लेबाजी करते हुए टीम इंडिया ने 95 ओवर में 4 विकेट गंवा कर 364 रन बना लिए हैं. रविचंद्रन अश्विन (8 रन) और अजिंक्य रहाणे (110 रन) क्रीज पर हैं. एक तरफ जहां भारत बड़े स्कोर की तरफ बढ़ रहा है, वहीं अजिंक्य रहाणे की नजरें अपने दोहरे शतक पर होगी.जब चीफ की डेस्क पर अलगाववादी नेता नसीम गिलानी का मिला पत्र, तो उड़े सबके के होश…देखें विडियो!
पुजारा ने जड़ा शतक
भारतीय टेस्ट टीम की ‘दीवार’ माने जाने वाले चेतेश्वर पुजारा ने अपने करियर के 50वें टेस्ट में अहम मुकाम हासिल कर लिया. पुजारा ने कोलंबो टेस्ट में अपने 34 रन पूरे करते हुए ही टेस्ट क्रिकेट में अपने 4000 रन पूरे कर लिए. इतना ही नहीं उन्होंने अपने 50वें टेस्ट में शतक जड़ कर इसे यादगार बना दिया है. पुजारा के लिए सबसे खास बात ये रही कि उन्होंने ये उपलब्धि अपने 50वें टेस्ट मैच में हासिल की है. पुजारा से पहले पॉली उमरीगर, गुंडप्पा विश्वनाथ, सुनील गावस्कर , कपिल देव, वीवीएस लक्ष्मण और विराट कोहली भी 50वें टेस्ट में सेन्चुरी लगा चुके हैं.
50 टेस्ट में सबसे ज्यादा औसत का रिकॉर्ड
भारत के जिन बल्लेबाजों ने 50 टेस्ट में 4000 से ज्यादा रन बनाए हैं, तो उनमें चेतेश्वर पुजारा का दूसरा सबसे बेहतरीन औसत है. 50वें टेस्ट में सुनील गावस्कर ने 57.52 के औसत से रन बनाए थे. जबकि 50वें टेस्ट में पुजारा का औसत 52.63 है. राहुल द्रविड़ का 50वें टेस्ट के बाद 52.34 और वीरेंद्र सहवाग का 50वें टेस्ट के बाद 51.28 औसत था.
रहाणे ने जड़ा 9वां टेस्ट शतक
अजिंक्य रहाणे ने मैच में टेस्ट करियर की 9वीं सेन्चुरी लगाई. दिलचस्प बात ये है कि रहाणे ने 9 शतकों में से 6 शतक विदेशी धरती पर लगाए हैं. रहाणे ने अपना शतक 151 गेंदों में पूरा किया है. अपनी शतकीय पारी के दौरान रहाणे ने 12 चौके लगाए हैं.
भारत के विकेट्स
टॉस जीतकर पहले बैटिंग करने उतरी भारत की शुरुआत अच्छी नहीं रही और 56 के स्कोर पर शिखर धवन के रूप में पहला झटका लग गया.10.1 ओवर में दिलरुवान परेरा ने शिखर धवन को एलबीडब्लू कर दिया. धवन ने काफी तेज बल्लेबाजी करते हुए 37 गेंदों पर 35 रन बनाए.
लंच के बाद भारत का दूसरा विकेट लोकेश राहुल के रूप में गिरा. 30.4 ओवर में वे चांडीमल ने उन्हें रनआउट कर दिया.थोड़ी देर बाद तीसरा विकेट विराट कोहली (13) के रूप में गिरा. वे 38.5 ओवर में रंगना हेराथ की बॉल पर एंजेलो मैथ्यूज को कैच दे बैठे. उस वक्त भारत का स्कोर 133 रन था.
के एल राहुल का लगातार छठा अर्धशतक
के एल राहुल ने श्रीलंका के खिलाफ अर्धशतक जड़कर ऑस्ट्रेलियाई सीरीज से चल रही अपनी बेहतरीन फॉर्म को बरकरार रखा है. इसी के साथ ही के एल राहुल इस साल की शुरुआत में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेले गए बेंगलुरु टेस्ट से लेकर अब तक 6 पारियों में लगातार 6 अर्धशतक लगा चुके हैं.
राहुल के अर्धशतक
1. बेंगलुरु टेस्ट बनाम ऑस्ट्रेलिया : 90 (पहली पारी), 51(दूसरी पारी)
2. रांची टेस्ट बनाम ऑस्ट्रेलिया : 67 (पहली पारी)
3. धर्मशाला टेस्ट बनाम ऑस्ट्रेलिया : 60 (पहली पारी), 51(दूसरी पारी)
4. कोलंबो टेस्ट बनाम श्रीलंका : 57 (पहली पारी)
इससे पहले भारतीय कप्तान विराट कोहली ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी का फैसला किया. पहले टेस्ट मैच में शानदार जीत से उत्साहित टीम इंडिया दूसरे मैच में भी शानदार प्रदर्शन के दम पर सीरीज पर कब्जा जमाना चाहेगी. भारत सीरीज में 1-0 से आगे है. अगर टीम इंडिया कोलंबो टेस्ट जीत जाती है, तो यह उसकी श्रीलंका में लगातार दूसरी सीरीज जीत होगी. इससे पहले, भारत ने 2015 में तीन टेस्ट की सीरीज पर 2-1 से कब्जा किया था.
केएल राहुल की हुई वापसी
टीम इंडिया की प्लेइंग इलेवन में एक बदलाव हुआ है. अभिनव मुकुंद की जगह पर केएल राहुल को टीम में लिया गया है. राहुल वायरल बुखार के कारण पहला टेस्ट नहीं खेल सके थे. अब वे पूरी तरह से फिट हैं.
विराट बना सकते हैं ये रिकॉर्ड
टीम इंडिया अगर इस मैच को जीत जाती है, तो विराट की कप्तानी में विदेशी धरती पर ये उसकी छठवीं जीत होगी. विराट की कप्तानी में टीम इंडिया ने अबतक विदेश में 11 मैच खेले हैं जिनमें से 5 जीते हैं. वहीं भारत अगर इस मैच को जीत जाता है तो फिर विराट विदेश में जीत के मामले में पूर्व कप्तान एमएस धोनी की बराबरी कर लेंगे.
एमएस धोनी की कप्तानी में भारत ने विदेश में कुल 30 मैच खेले, जिसमें से केवल 6 मैचों में ही टीम को जीत मिली. जबकि विराट के सामने करियर के 12वें (विदेश में) मैच में ही धोनी की बराबरी करने का मौका है.विदेश में सबसे ज्यादा मैच जीतने का रिकॉर्ड पूर्व कप्तान सौरव गांगुली के नाम पर है, जिनकी कप्तानी में भारत ने 11 मैच जीते थे.
एसएससी स्टेडियम में दोनों टीमों का रिकॉर्ड
भारत और श्रीलंका का इस मैदान पर जीत-हार का रिकॉर्ड मिलाजुला रहा है. दोनों टीमों ने यहां आठ टेस्ट खेले हैं, जिनमें से चार ड्रॉ रहे हैं. दोनों टीमें यहां दो-दो मैच जीतकर बराबरी पर हैं.