लद्दाख की गलवन घाटी में भारत-चीन के सैनिकों के बीच हुई हिंसक झड़प के बाद नेपाल से जुड़ी भारत की सीमा पर सतर्कता बढ़ा दी गई है। सोनौली सीमा पर एसएसबी (सशस्त्र सीमा बल) व पुलिस ने गश्त तेज कर दी है, सीमाई इलाके में खुफिया एजेंसियों को भी सतर्क कर दिया गया है। सीमा के आसपास कड़ी नजर रखी जा रही है। सरहद की तरफ जाने वाले पगडंडी मार्गों पर जवानों ने पेट्रोलिंग तेज कर दी है। पुलिस क्षेत्राधिकारी राजू कुमार साव ने बताया कि सीमा पर पूरी सर्तकता बरती जा रही है। जवानों को विशेष निर्देश भी दिए गए हैं।
संवेदनशील जगहों पर सीसी कैमरे भी लगाए गए
भारत-नेपाल की खुली सीमा पर सुरक्षा एजेंसियों की पैनी नजर है। भारत विरोधी गतिविधियों को देखते हुए जिले की 84 किमी की खुली सीमा पर एसएसबी के साथ ही पुलिस को अलर्ट कर दिया गया है। गोरखपुर के डीआइजी राजेश मोदक ने बार्डर पर पहुंचकर सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लिया। एसपी रोहित सिंह सजवान ने बताया कि बार्डर की गतिविधियों पर नजर रखी जा रही है। सुरक्षा एजेंसियां भी लगी हुई हैं। नेपाल व भारत में आवाजाही के लिए सोनौली व ठूठीबारी बार्डर का इस्तेमाल किया जाता है। लॉकडाउन की वजह से इसको सील कर दिया गया है। शर्तों के साथ सोनौली बार्डर से इंट्री मिल रही है। खुली सीमा पर भारत की तरफ से एसएसबी की तैनाती की गई है। संवेदनशील जगहों पर सीसी कैमरे भी लगाए गए हैं। उधर, बिहार के सीतामढ़ी में नेपाल पुलिस की ओर से फायरिंग व नक्शा विवाद को लेकर बार्डर पर अलर्ट जारी किया गया है।
नेपाल की चौकियों पर चीनी भाषा
लॉकडाउन में बार्डर पर नेपाल की ओर से अस्थाई चौकियां बनाए जाने लगी। बरगदवा सहित बार्डर की कई नेपाली चौकियों पर लगे टेंट पर चीनी भाषा का इस्तेमाल किया गया था। चर्चा शुरू हुई तो एसएसबी ने छानबीन शुरू की, लेकिन मामला ठंडे बस्ते में चला गया। नेपाल की ओर से बार्डर पर लगातार पुलिस चौकियों की संख्या बनाए जाने की बात कही जा रही है।
नेपाल में फंसे गोरखा सैनिक पहुंचे सोनौली बार्डर
उधर, नेपाल में फंसे गोरखा सैनिकों का भारत आने का क्रम जारी है। जांच पड़ताल के बाद 90 सैनिक सोनौली सीमा के रास्ते भारत में प्रवेश किया। यह सैनिक लॉकडाउन घोषित होने से पूर्व छुट्टी लेकर नेपाल स्थित अपने-अपने घर गए थे। भारत सरकार के विदेश मंत्रालय द्वारा जारी गाइडलाइन के अनुसार भारतीय सेना के गोरखा रेजीमेंट के जवानों की वापसी हो रही है। जवानों की सीमा पर स्क्रीनिंग कर सोनौली बस डिपो परिसर में कुछ देर के लिए रोका गया। यहां से बसों के माध्यम से उनके सेंटरों के लिए रवाना कर दिया गया। एसडीएम नौतनवा जसधीर सिंह ने बताया कि मंगलवार को 90 गोरखा सैनिक नेपाल से सोनौली सीमा के रास्ते भारत आ चुके हैं। यहां से उनके बरेली व इलाहाबाद सेंटरों पर भेजने की व्यवस्था की गई है।
दोनों देशों के बीच उच्चाधिकारियों की बैठक
भारत-नेपाल के बीच उच्चाधिकारियों की बैठक बुधवार को बेलहिया रूपनदेही जिले में होगी। यह जानकारी महराजगंज के एसडीएम जसधीर सिंह ने दी है। उन्होंने बताया कि बैठक में विभिन्न मुद्दा कोविड-19 संक्रमण के बचाव, सिंचाई विभाग द्वारा संचालित परियोजना, सीमा पर कानून व सुरक्षा व्यवस्था, बार्डर आवागमन तथा सीमा संबंधों आदि बिंदुओं पर चर्चा होगी। जिसमें हिस्सा लेने वाले भारत के अधिकारी जयंत नालिर्कर आयुक्त गोरखपुर मंडल, राजेश मोदक पुलिस उपमहानिरीक्षक गोरखपुर, डीएम डा. उज्ज्वल कुमार, एसपी रोहित सिंह सजवान, सहायक आयुक्त कस्टम सोनौली, मुख्य वन संरक्षक पूर्वी वृत्त गोरखपुर, प्रभागीय वनाधिकारी महराजगंज, अधिशासी अभियंता सिंचाई द्वितीय खंड महराजगंज, एसडीएम व सीओ नौतनवा मौजूद रहेंगे।