हर चार साल में होने वाले खेलों के महाकुंभ का इस बार टोक्यो में आयोजन होने जा रहा है। बता दें कि कोरोना वायरस के चलते ये आयोजन पहले ही साल भर के इंतजार के बाद अब इस साल होने जा रहा है। इन खेलों में करीब 206 देशों के 12000 से अधिक प्रतिभागी हिस्सा लेंगे। 23 जुलाई से ओलंपिक का आयोजन टोक्यो में होगा। बता दें कि टोक्यो ओलंपिक में इस बार 206 देशो के बीच 33 खेलों में 339 प्रतियोगिताओं का आयोजन होना है। हालांकि जानते हैं कि पिछले तीन बार के ओलंपिक में भारतीय खिलाड़ियों का कैसा प्रदर्शन रहा है।
2008 के ओलंपिक में भारत का प्रदर्शन
साल 2008 के ओलंपिक में भारत ने कुल 3 पदक जीते थे। इन तीनों पदकों को देश में लाने वाले अभिनव बिंद्रा, सुशील कुमार व विजेंद्र सिंह थे। बता दें कि अभिनव बिंद्रा निशानेबाजी में देश के लिए ओलंपिक से स्वर्ण पदक लाए थे। वहीं कुश्ती में सुशील कुमार ने ओलंपिक में देश के लिए कांस्य पदक जीता था। वहीं बाक्सिंग में विजेंद्र कुमार सिंह ने भी देश के लिए ओलंपिक में कांस्य पदक पर कब्जा किया था। बता दें इन पदकों के साथ साल 2008 में भारत ओलंपिक में 50वें स्थान पर रहा था।
ओलंपिक 2012 में भारत ने किया था ऐसा प्रदर्शन
साल 2012 में ओलंपिक से भारत में 6 पदक आए थे। इनमें से एक रजत पदक कुश्ती में सुशील कुमार ने जीता था। बता दें कि सुशील कुमार ने ओलंपिक में दूसरी बार पदक जीते थे। वहीं योगेश्वर दत्त ने रेस्लिंग की अन्य कैटेगरी में कांस्य पदक जीत भारत का नाम रौशन किया था। इसके अलावा गगन नारंग ने भारत के लिए ओलंपिक से शूटिंग में कांस्य पदक जीता था। वहीं विजय कुमार ने ओलंपिक में शूटिंग में ही रतज पदक अपने नाम किया था। साइना नेहवाल ने बैडमिंटन में भारत को उसका पहला ओलंपिक पदक कांस्य मेडल के रूप में दिलाया था। इसके साथ ही 5 बार की वर्ल्ड चैंपियन मैरीकॉम ने भी बॉक्सिंग में भारत को कांस्या पदक दिलाया था। इस प्रकार 2012 के लंदन ओलंपिक में भारत को 4 कांस्य व 2 रजत के साथ कुल 6 पदक हासिल हुए। ये भारत का ओलंपिक में किया हुआ सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन था।
साल 2016 के ओलंपिक में भारत का प्रदर्शन
साल 2016 के रियो ओलंपिक में भारत ने कुल 2 ही पदक अपने नाम किए। खास बात ये थी कि ये दोनों ही पदक भारत की बेटियों ने जीते थे। इनमें से पीवी सिंधु ने बैडमिंटन में रजत पदक जीता था। वहीं साक्षी मलिक ने फ्री स्टाइल रेस्लिंग में भारत को कांस्य पदक दिलाया था। बता दें कि ये रेस्लिंग में किसी भी महिला द्वारा देश में लाया गया पहला पदक रहा। उस साल ओलंपिक में भारत को 67वां स्थान मिला था।
ऋषभ वर्मा