देश में जब भी बॉक्सिंग खेल की बात होती है तो लोगों के जहन में विजेंद्र सिंह का ही नाम सबसे पहले आता है। 2008 में हुए बीजिंग ओलंपिक में विजेंद्र सिंह ने कांस्य पदक हासिल किया था। उसके बाद से देश में कई और मुक्केबाज उनकी राह पर चल रहे हैं। फिलहाल विजेंद्र अपना करियर प्रोफेशनल बॉक्सिंग में बनाने लगे हैं। लेकिन एक ऐसा भी बॉक्सर इस देश में मौजूद है जिसकी वर्तमान दुनिया भार में नंबर 1 रैंकिंग है। इसके साथ ही ओलंपिक में इस खिलाड़ी से देश को बॉक्सिंग में पहले गोल्ड मेडल की उम्मीद रेहगी।
अमित पंघाल हैं वर्ल्ड के नंबर वन बॉक्सर
भारतीय मुक्केबाज अमित पंघाल की वर्ल्ड रैंकिंग की बात की जाए तो दुनिया में इस वक़्त उनसे बेहतर मुक्केबाज शायद ही कोई हो। हाल फिलहाल ओलंपिक से पहले जारी रैंकिंग में उन्होंने अपना पहला स्थान बखूबी कायम रखा हुआ है। अमित पंघाल 52 किलोग्राम वर्ग की केटेगरी के नंबर वन मुक्केबाज हैं। बता दें कि अमित रोहतक डिस्ट्रिक्ट के मान्या गांव के रहने वाले हैं।
ऐसा करके बने भारत के पहले बॉक्सर
हाल ही में वर्ल्ड नंबर 1 बने अमित भारत के पहले ऐसे बॉक्सर होंगे जिन्होंने ओलंपिक में नंबर 1 सीड हासिल की है। इससे पहले कई बॉक्सर ओलंपिक में क्वालीफाई तो किए हैं पर नंबर वन सीड हासिल नहीं कर पाए हैं। बता दें कि नंबर वन सीड केवल उसी खिलाड़ी को दी जाती है जो तय समय सीमा पर वर्ल्ड नंबर वन रैंकिंग पर मौजूद होता है।
एशियन बॉक्सिंग चैंपियनशिप में जीता है पदक
अमित हाल ही में हुई एशियन बॉक्सिंग चैंपियनशिप में सिल्वर मेडल जीतने में सफल रहे थे। हालांकि देश को उनसे गोल्ड मेडल की उम्मीद थी पर उन्हें सिल्वर मेडल से ही संतोष करना पड़ा था। बता दें कि फाइनल में उन्हें मौजूदा ओलंपिक चैंपियन जोइरोव शाखोबिदिन से हार का सामना करना पड़ा था। वहीं अमित ने 2019 में हुई इस चैंपियनशिप में गोल्ड मेडल अपने नाम किया था। इसके अलावा 2018 के जकार्ता एशिया गेम्स में भी अमित ने गोल्ड मेडल अपने नाम किया था। इस बार भी देश को उनसे ओलंपिक मेडल की आस जरूर होगी। खुद अमित ओलंपिक में गोल्ड मेडल से कम कुछ भी नहीं उम्मीद कर रहे हैं। देश को बॉक्सिंग में पहला गोल्ड मेडल जिताना उनका सपना भी है।
इन बॉक्सर्स की रैंकिंग पर भी एक नजर
वहीं अमित के अलावा अन्य पुरुष मुक्केबाजों की बात की जाए तो 63 किलोग्राम वर्ग में बॉक्सर मनीष कुमार 18 नंबर की रैंक पर बने हुए हैं। देश को उनसे भी एक पदक की उम्मीद होगी। इसके अलावा टॉप 10 में अन्य भारतीय मुक्केबाजों की बात की जाए तो 75 किलोग्राम वर्ग में आशीष कुमार 9 वीं रैंकिंग पर काबिज हैं। उनके अलावा 91 किलोग्राम हैवी वेट केटेगरी में सतीश कुमार भी 9 वीं रैंक पर काबिज हैं। इस बार के ओलंपिक में 7 मुक्केबाजों ने क्वालीफाई कर लिया है। इसके अलावा दो महिला मुक्केबाज भी ओलंपिक में अपना जलवा दिखाने को तैयार हैं। देश को मैरी कॉम से भी एक और मेडल की उम्मीद जरूर रेहगी।