इन दिनों टोक्यो ओलंपिक काफी चर्चा में है। बता दें कि टोक्यो ओलंपिक साल 2020 में होने वाला था पर ये इस साल होने जा रहा है। बता दें कि इसका आयोजन 23 जुलाई से टोक्यो में हो रहा है। अबकी बार भारत की ओर से प्रतियोगी पूरी तरह से ओलंपिक में पदक लाने के लिए तैयार हैं। हालांकि क्या आप जानते हैं कि भारत की आजादी के बाद जब लंदन ओलंपिक हुए थे तब भारत ने अपना पहला ओलंपिक गोल्ड मेडल जीता था। तो चलिए जानते हैं कि भारत ने ये गोल्ड मेडल कब और किस खेल में जीता था।
स्वतंत्र भारत के झंडे संग ओलंपिक में खेलने उतरी थी टीम
इस साल टोक्यो ओलंपिक में 13 साल से मेडल के सूखे को भारतीय खिलाड़ी खत्म करने के लिए बिल्कुल तैयार हैं। ऐसे में लोग भारत काे पहले ओलंपिक पदक की कहानी को याद कर रहे हैं। भारत ब्रिटिश साम्राज्य से आजाद होकर पर पहली बार 1948 में लंदन ओलंपिक में हिस्सा लेने जा रहा था। वहां पर भारत ने अपना पहला गोल्ड मेडल जीता था और देश का नाम रौशन किया था। बता दें कि भारत ने ओलंपिक में हाॅकी के फाइनल में इंग्लैंड को हरा कर ये जीत हासिल की थी। 15 अगस्त साल 1947 को भारत आजाद हुआ था और इसे महज साल भर बाद ही ओलंपिक का छठवां संस्करण हुआ था। बता दें उस साल ओलंपिक 31 जुलाई से 13 अगस्त के बीच खेला गया था। इसी साल भारत ने ओलंपिक में इंग्लैंड को हराकर स्वर्ण पदक अपने नाम किया था। बता दें कि इससे पहले भारत ने 5 बार ओलंपिक में हिस्सा लिया था पर इंग्लैंड की टीम के अंडर में। ये पहली बार थी जब स्वतंत्र भारत अपने नाम व अपने देश के झंडे के साथ ओलंपिक में खेलने के लिए मैदान पर उतरा था।
ऐसे रहा था पहला गोल्ड मेडल जीतने का सफर
उस साल ओलंपिक में भारतीय हॉकी टीम में 22 सदस्य थे और टीम का सामना सबसे पहले आस्ट्रिया से हुआ था। इस मैच को भारत ने आस्ट्रिया से बड़ी आसानी से 8-0 से जीत लिया था। इसके अलावा भारत ने उस वक्त की सबसे मजबूत टीम अर्जेंटीना को 9-1 से मात दी थी। वहीं मजबूत डिफेंस से लैस नीदरलैंड को भी भारत ने धूल चटा दी थी। भारत ने नीदरलैंड को 2-1 से सेमीफाइनल के मुकाबले में करारी हार दी थी। वहीं भारत का फाइनल मुकाबल इंग्लैंड से हुआ था। नीदरलैंड को सेमीफाइल में मात देने के बाद भारत फेवरेट के रुप में इंग्लैंड से फाइनल मुकाबला खेलने के लिए मैदान पर उतरा था। भारत ने ये मुकाबला काफी आसानी से 4-0 से अपने नाम कर लिया था। इसी के साथ भारत को उसका आजाद भारत का पहला गोल्ड मेडल हासिल हुआ था। इस जीत में बलवीर सिंह दोसांझ ने दो गोल करके जीत में महत्वपूर्ण योगदान दिया था।
ऋषभ वर्मा