दक्षिण के कुछ खास मंदिर
पद्नाभ स्वामी मंदिर केरल में है। यह सबसे अमीर मंदिर भारत का कहा जाता है। इसे पहले नंबर पर रखते हैं संपत्ति के मामले में। यह मंदिर केरल की राजधानी तिरुवनंतपुरम में है और मंदिर की सेवा व देखभाल त्रावणकोर का पूर्व शाही परिवार की ओर से किया जाता है। कहा जाता है कि मंदिर के पास करीब 20 अरबडालर की संपत्ति है और भगवान विष्णु की गर्भ ग्रह में सोने की बड़ी मूर्ति रखी हुई है। इस मूर्ति की कीमत करीब 500 करोड़ रुपए बताई जाती है। दूसरे नंबर पर दक्षिण भारत के आंध्र प्रदेशा में तिरुपति बालाजी का मंदिर है। यहां बताते हैं कि 650 करोड़ से ज्यादा का चंदा आता है हर साल। मंदिर में लड्डू प्रसाद के रूप में बेचने वाले लाखों रुपए की कमाई हर साल कर लेते हैं। यह मंदिर भगवान वेंकेटेश्वर जी को समर्पित माना जाता है और इन्हें भगवान विष्णु का अवतार मानते हैं। यहां भी काफी भीड़ होती है। इसके अलावा केरल में ही सबरीमला अयप्पा का मंदिर है। यहां भी हर साल 12 करोड़ श्रद्धालु आते हैं और दान देते हैं। यहां 250 करोड़ रुपए तक का दान आता है। जिसे मंदिर के पुण्य काम में खर्च करते हैं।
इन मंदिरों में भी लगता है तांता
महाराष्ट्र के शिरडी में साईं बाबा के दर्शन के लिए भी लोग नए साल पर खूब उमड़ते है। यहां भी खूब दान आता है और मंदिर में दान के रूप में काफी संपत्ति जमा है। यहां भगवान की दया से काफी धर्मार्थ काम किए जाते हैं। मंदिर में हर साल तीन सौ करोड़ ज्यादा चंदा आता है। जम्मू में माता वैष्णों का मंदिर भी श्रद्धालुओं के लिहाज से काफी मायने रखता है। यहां हर साल 500 करोड़ का दान आता है। यहां यात्रियों के लिए काफी सुविधाएं की गई हैं।
GB Singh