उल्लेखनीय है कि कोहली ने पहली पारी में हलके वजन के रोलर का इस्तेमाल किया। इसके बाद दूसरी पारी से पहले भारी रोलर कराकर सभी को हैरान कर दिया। फ्लिंट ने इकॉनोमिक टाइम्स को दिए इंटरव्यू में कहा, ‘मेरे अनुभव से कहूं तो हेवी रोलर का असर गलत पड़ा। जब आप वांडरर्स और सेंचूरियन में खेलते हैं तो रोलर कभी दरार पैदा करता है, जिससे अनिरंतर उछाल देखने को मिलता है। यहां, वजन वाले से रोलर से पिच सपाट हो जाती है।’
उन्होंने आगे कहा, ‘भारी रोलर नीचे से नमी खींचता है। जी हां, ऐसा हो सकता है, यह संभव है। ऐसा लगा मुझे? मेरे ख्याल से कोहली पहले दिन काफी चतुर दिखे, जब उन्होंने पारी के बदलने पर छोटा रोलर लिया। इससे पिच पर कोई जान नहीं बची और गेंदबाजों के लिए मदद मौजूद नहीं थी। कभी भारी रोलर फेरने से पिच तेज हो जाती है और इससे गेंद भी स्विंग भी होने लगती है। वैसे यह शोध आधारित नहीं है। इसमें से अधिकांश बात पूर्व दिग्गजों द्वारा कही गई हैं।’