दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ पहले टेस्ट में मिली 72 रन की शिकस्त के बाद टीम इंडिया के कप्तान विराट कोहली ने स्वीकार किया था कि बल्लेबाजों के निराशाजनक प्रदर्शन के कारण मौजूदा दौरे पर उनकी टीम ने जीत का मौका गंवा दिया।
इसके अलावा टीम इंडिया को कई सवालों से जूझना पड़ा। शिखर धवन, रोहित शर्मा और जसप्रीत बुमराह को टेस्ट विशेषज्ञों केएल राहुल, अजिंक्य रहाणे और इशांत शर्मा पर तरजीह देने को लेकर सवाल खड़े हुए। इसके अलावा दोनों पारियों में टीम इंडिया के बल्लेबाजों का निराशाजनक प्रदर्शन भी सवालों का केंद्र रहा।हालांकि, न्यूलैंड्स के क्यूरेटर इवान फ्लिंट ने बताया है कि टीम इंडिया की हार का एक कारण विराट कोहली के भारी रोलर का इस्तेमाल करना भी रहा। दरअसल, टीम इंडिया के कप्तान विराट कोहली ने दूसरी पारी से पहले पिच पर भारी रोलर चलाने के लिए कहा, जिससे पूरा मैच मेजबान टीम के पक्ष में चला गया। जब पारी में बदलाव होता है तो कप्तान से पूछा जाता है कि उन्हें भारी या फिर हलकी रोलिंग क्या कराना है।
उल्लेखनीय है कि कोहली ने पहली पारी में हलके वजन के रोलर का इस्तेमाल किया। इसके बाद दूसरी पारी से पहले भारी रोलर कराकर सभी को हैरान कर दिया। फ्लिंट ने इकॉनोमिक टाइम्स को दिए इंटरव्यू में कहा, ‘मेरे अनुभव से कहूं तो हेवी रोलर का असर गलत पड़ा। जब आप वांडरर्स और सेंचूरियन में खेलते हैं तो रोलर कभी दरार पैदा करता है, जिससे अनिरंतर उछाल देखने को मिलता है। यहां, वजन वाले से रोलर से पिच सपाट हो जाती है।’
उन्होंने आगे कहा, ‘भारी रोलर नीचे से नमी खींचता है। जी हां, ऐसा हो सकता है, यह संभव है। ऐसा लगा मुझे? मेरे ख्याल से कोहली पहले दिन काफी चतुर दिखे, जब उन्होंने पारी के बदलने पर छोटा रोलर लिया। इससे पिच पर कोई जान नहीं बची और गेंदबाजों के लिए मदद मौजूद नहीं थी। कभी भारी रोलर फेरने से पिच तेज हो जाती है और इससे गेंद भी स्विंग भी होने लगती है। वैसे यह शोध आधारित नहीं है। इसमें से अधिकांश बात पूर्व दिग्गजों द्वारा कही गई हैं।’
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