भारतीय टीम के हरफनमौला रवींद्र जडेजा को एक समय शॉर्टर फॉर्मेट का गेंदबाज ही माना जाता था. यह कहा जाता था कि उनकी गेंदबाजी वनडे और टी20 क्रिकेट के लिहाज से ही सही है और टेस्ट क्रिकेट में उन्हें बहुत ज्यादा कामयाबी नहीं मिल पाएगी. बहरहाल गुजरात के इस जांबाज खिलाड़ी ने अपनी कड़ी मेहनत से इस धारणा को गलत साबित किया है.INDvsSL 2nd Test: 2nd पारी में श्रीलंका को लगा पहला बड़ा झटका….
श्रीलंका के खिलाफ कोलंबो टेस्ट के तीसरे दिन रवींद्र जडेजा ने टेस्ट क्रिकेट में अपने 150 विकेट पूरे करके आलोचकों को करारा जवाब दिया. जडेजा ने श्रीलंका के धनंजय डिसिल्वा को बोल्ड करके आज लंच से पहले यह उपलब्धि हासिल की. जडेजा का टेस्ट करियर का यह 32वां टेस्ट मैच है. बल्ले से भी टीम को अहम योगदान देते हुए वे एक हजार से ज्यादा टेस्ट रन बना चुके हैं.
टेस्ट करियर का 150वां विकेट हासिल करने के लिए जडेजा के लिए इससे बेहतर गेंद नहीं हो सकती थी. जड्डू ने यह गेंद तेज फेंकी जो कि तेजी से टर्न होकर नए बल्लेबाज धनंजय डिसिल्वा का ऑफ स्टंप ले उड़ी. धनंजय डिसिल्वा को अपनी पहली ही गेंद पर पेवेलियन लौटना पड़ा. जडेजा ने इससे पहले श्रीलंका टीम के कप्तान दिनेश चंदीमल का भी विकेट हासिल किया था. चंदीमल को उन्होंने 10 रन के निजी स्कोर पर जडेजा ने हार्दिक पंड्या के हाथों कैच कराया.
गौरतलब है कि गेंद और बल्ले, दोनों से टीम के लिए योगदान देने की क्षमता के कारण जड्डू कप्तान विराट कोहली के पसंदीदा प्लेयर बन चुके हैं. रवींद्र जडेजा इस समय दुनिया के नंबर एक टेस्ट गेंदबाज हैं. इस सीजन में उन्होंने अपनी इस क्षमता को बखूबी प्रदर्शित किया है. उन्होंने एक सीजन में 500 रन बनाने के साथ ही 50 विकेट लेने का कारनामा किया है. ऐसा करने वाले वह दुनिया के तीसरे खिलाड़ी हैं.
इससे पहले भारतीय ऑल राउंडर कपिल देव और ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाज मिचेल जॉनसन भी ऐसा कर चुके हैं. कपिल देव ने सबसे पहले 1979-80 में यह कारनामा किया था जबकि मिचेल जॉनसन ने 2008-09 में यह कमाल किया था .