मेहमान टीम के सलामी बल्लेबाज-शिखर धवन और अजिंक्य रहाणे ने पहले विकेट के लिए 132 रनों की साझेदारी की थी. यह मैच हालांकि बारिश के कारण रद्द हो गया था. भारतीय बल्लेबाजों ने इस मैच में अच्छा संकेत दिया. अब उन्हें इसी क्रम को जारी रखते हुए अच्छी साझेदारियों को अंजाम देते हुए अपने गेंदबाजों का काम आसान करना होगा.
विंडीज के खिलाफ पिछले मैच में युवराज सिंह ने निराश किया था. अब देखना यह है कि इस मैच में उन्हें मौका मिलता है या नहीं. इसमें कोई शक नहीं कि दोनों टीमों का लक्ष्य इस सीरीज के माध्यम से एक नई शुरुआत होगा. एक ओर जहां भारत इस्तीफा दे चुके मुख्य कोच अनिल कुंबले के बगैर विजय रथ पर लौटने की कोशिश करेगा, वहीं विंडीज 2019 विश्व कप में प्रवेश हासिल करने के इरादे से उतरेगा.
भारत को 18 जून को चैम्पियंस ट्रॉफी के फाइनल में चिर प्रतिद्वंद्वी पाकिस्तान ने एकतरफा मुकाबले में मात दी थी. विराट कोहली की टीम के लिए यह हार किसी बड़े झटके से कम नहीं है. इससे टीम के मनोबल पर असर पड़ता दिख रहा, लेकिन पहले मैच में भारतीय बल्लेबाजों के प्रदर्शन को देखते हुए लग रहा है कि टीम उस हार को भुलाकर आगे निकल चुकी है.
इसके बावजूद कोहली के सामने अपनी टीम में उस जोश और जुनून को वापस लाने की चुनौती है, जो फाइनल में हार से पहले टीम के पास थी, क्योंकि एक सप्ताह के भीतर पूरी तरह सबकुछ भुला देना किसी के लिए संभव नहीं, खासतौर पर ऐसे में जब कोच के इस्तीफे से जुड़ा मामला अब भी सुर्खियों में है.