औद्योगिक श्रमिकों के लिए खुदरा मुद्रास्फीति (Retail Inflation) मुख्य रूप से कुछ खाद्य पदार्थों की कम कीमतों के कारण सितंबर में घटकर 4.41 प्रतिशत हो गई। श्रम मंत्रालय ने एक बयान में कहा, ‘‘सितंबर में सालाना आधार पर मुद्रास्फीति पिछले महीने (अगस्त 2021) के 4.79 प्रतिशत और एक साल पहले इसी महीने (सितंबर 2020) के दौरान 5.62 प्रतिशत की तुलना में 4.41 प्रतिशत रही।’’
बयान में कहा गया कि खाद्य मुद्रास्फीति पिछले महीने के 4.83 प्रतिशत और एक साल पहले इसी महीने के दौरान 7.51 प्रतिशत के मुकाबले 2.26 प्रतिशत थी। सितंबर 2021 में अखिल भारतीय सीपीआई-आईडब्ल्यू (उपभोक्ता मूल्य सूचकांक – औद्योगिक श्रमिक) अगस्त 2021 की तुलना में 0.3 अंक की वृद्धि के साथ 123.3 अंक पर रहा।
उधर, प्राकृतिक गैस, रिफाइनरी उत्पादों और सीमेंट जैसे क्षेत्रों के बेहतर प्रदर्शन के चलते सितंबर में आठ प्रमुख बुनियादी क्षेत्रों का उत्पादन 4.4 प्रतिशत बढ़ गया। वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार सितंबर 2020 में आठ प्रमुख बुनियादी क्षेत्रों में 0.6 प्रतिशत की वृद्धि हुई थी। ये आठ क्षेत्र कोयला, कच्चा तेल, प्राकृतिक गैस, रिफाइनरी उत्पाद, उर्वरक, स्टील, सीमेंट और बिजली हैं।
इस साल अगस्त में इन प्रमुख क्षेत्रों की वृद्धि दर 11.5 प्रतिशत थी। औद्योगिक उत्पादन सूचकांक (आईआईपी) में इन आठ प्रमुख उद्योगों का भारांश 40.27 प्रतिशत है। आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक सितंबर 2021 में प्राकृतिक गैस, रिफाइनरी उत्पादों और सीमेंट का उत्पादन क्रमशः 27.5 प्रतिशत, छह प्रतिशत और 10.8 प्रतिशत बढ़ा।
हालांकि, सितंबर में कच्चे तेल के उत्पादन में सालाना आधार पर 1.7 फीसदी की गिरावट आई। चालू वित्त वर्ष की पहली छमाही के दौरान इन बुनियादी उद्योगों की वृद्धि दर 16.6 प्रतिशत रही, जबकि एक साल पहले इसी अवधि में यह आंकड़ा 14.5 प्रतिशत था।