कोरोना वायरस का कहर फिलहाल पूरी दुनिया में बढ़ता जा रहा है। अमेरिका में भी डेल्टा वैरिएंट का कहर जारी है। इस बीच, कोरोना के खिलाफ वैक्सीन एक कारगर हथियार के रूप में दिख रही है। एक अध्ययन में सामने आया है कि अमेरिका में कोरोना टीकाकरण कार्यक्रम ने 1.40 लाख जानें बचाईं हैं। इसके साथ ही इससे अमेरिका में 30 लाख केस कम आए। एक नए अध्ययन के अनुसार, अमेरिका में शुरुआती कोविड-19 टीकाकरण अभियान ने मई के दूसरे सप्ताह तक लगभग 1,40,000 जानें बचाईं और इस दौरान टीकाकरण के कारण 30 लाख कोरोना मामलों कम आए।
जर्नल हेल्थ अफेयर्स द्वारा आनलाइन प्रकाशित अध्ययन में अनुमान लगाया गया है कि 21 दिसंबर, 2020 से 9 मई, 2021 के बीच 50 राज्यों और वाशिंगटन, डीसी में से 1.40 लाख लोगों की जान बचाई गई है। अमेरिका में प्रारंभिक टीकाकरण प्रयासों के परिणामस्वरूप, औसत रूप से हर राज्य में प्रति 10,000 वयस्क नागरिकों पर कम से कम 5 कम लोगों की कम मौत हुई।
अमेरिका में सभी को वैक्सीन की बूस्टर डोज देने पर फैसला जल्द
कोरोना के डेल्टा वैरिएंट से जूझ रहे अमेरिका में सभी लोगों को वैक्सीन की बूस्टर डोज देने का फैसला जल्द हो सकता है। हालांकि टीके की बूस्टर डोज कब, किसे लगेगी और इससे क्या होगा, इस पर वैज्ञानिकों ने कुछ तथ्य स्पष्ट किए हैं। वैज्ञानिकों के अनुसार, बूस्टर डोज का समय इस आधार पर तय होगा कि आपको टीके की दो डोज कब लगी थी। अभी स्वास्थ्य विभाग से जुड़े विशेषज्ञों का कहना है कि टीके की दूसरी डोज के आठ माह बाद तीसरी डोज लगाई जा सकती है। हालांकि इसके लिए अभी प्राथमिकता तय होनी है।
किसे लगेगी बूस्टर डोज ?
अमेरिका में जिन लोगों ने सबसे पहले टीका लगवाया है, उन्हें सबसे पहले बूस्टर डोज लगेगा। इस अनुसार स्वास्थ्यकर्मियों, फ्रंटलाइन वर्कर्स और बुजुर्गों के साथ गंभीर रोग से ग्रसित लोगों को प्राथमिकता मिलेगी। कुछ बातें टीके की उपलब्धता पर भी निर्भर होगी।
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