आईपीएल में व्यस्त चल रही टीम इंडिया जून में चैंपियंस ट्रॉफी के लिए इंग्लैंड जाएगी। इसके बाद टीम इंडिया में कुछ बड़े बदलाव संभव हो सकते है। इस आईसीसी टूर्नामेंट के बाद ही अनिल कुंबले के कॉन्ट्रेक्ट पर विचार किया जाएगा। कुंबले को साल 2016 में टीम इंडिया का कोच बनाया गया था और जुलाई में टीम के साथ वेस्टइंडीज दौरा उनकी पहली परीक्षा थी।
कुंबले ने रवि शास्त्री की जगह ली, जो बतौर टीम निदेशक टीम के साथ जुड़े हुए थे। कुंबले का अनुबंध जून 2017 के अंत में खत्म हो जाएगा। एक वरिष्ठ बीसीसीआई अधिकारी ने बताया कि कुंबले का कॉन्ट्रेक्ट रिन्यू होने पूरे आसार है क्योंकि उनके प्रदर्शन से बोर्ड संतुष्ट है। इसके अलावा बल्लेबाजी कोच संजय बांगड़ और फील्डिंग कोच आर श्रीधर को भी चैंपियंस ट्रॉफी तक बरकरार रखा गया है।
हालांकि, कुंबले की पुन:नियुक्ति पर कोई भी अंतिम फैसला प्रशासनिक समिति (सीओए) ही लेगी। कुंबले के कोच बनने के बाद से भारत ने एक के बाद एक लगातार 5 टेस्ट सीरीज जीती। 2016-17 के सीजन में भारत ने 17 में से 12 टेस्ट जीते हैं। इस दौरान भारत सिर्फ एक ही मैच हारा। भारत ने वेस्टइंडीज को 2-0, न्यूजीलैंड को 3-0, इंग्लैंड के 4-0, बांग्लादेश को 1-0 और ऑस्ट्रेलिया को 2-1 से मात दी। इसके अलावा वनडे में भारत ने न्यूजीलैंड को 3-2 और इंग्लैंड को 2-1 से मात दी।
कुंबले एक भरोसेमंद चेहरा हैं। इसके अलवा कई राज्य संघों ने तीन चयनकर्ताओं के पैनल पर भी सवाल उठाए हैं। वो पैनल में ज्यादा चयनकर्ता चाहते हैं। उनका कहना है कि 30 रणजी टीमों के लिए 3 चयनकर्ता पर्याप्त नहीं।