आईपीएल में रविवार को राइजिंग पुणे सुपरजायंट के हाथों किंग्स इलेवन पंजाब को मिली करारी हार के बाद टीम के कोच वीरेंद्र सहवाग का गुस्सा कप्तान मैक्सवेल पर फूट पड़ा. मैच के बाद वीरू ने कप्तान मैक्सवेल के साथ-साथ शॉन मार्श और इयॉन मॉर्गन को भी इस हार के लिए जिम्मेदार ठहराया. किंग्स इलेवन पंजाब की टीम पुणे के हाथों अपने आखिरी लीग मैच में 9 विकेट से हार गई. इस मैच में किंग्स की टीम का प्रदर्शन औसत से भी खराब रहा. इस महत्वपूर्ण मैच में पंजाब की पूरी टीम महज 73 रन पर ऑलआउट हो गई.ये भी पढ़े: अमिताभ ने साझा की धोनी से पहली मुलाकात की ये खास यादें…
इन दोनों टीमों के लिए इस मैच से पहले प्लेऑफ की स्थिति यह थी कि जो भी टीम इस मैच की जीतती वह प्लेऑफ में क्वॉलिफाई करने वाली चौथी टीम बनती. पुणे की टीम ने इस मौके अपने हाथ से नहीं जाने दिया और इस मैच को जीतकर उसने प्लेऑफ में क्वॉलिफाई कर खुद दूसरे स्थान पर रखा है. किंग्स की इस हार के बाद प्रतिक्रिया देते हुए टीम के कोच वीरेंद्र सहवाग ने हार की ठीकरा अपने अनुभवी विदेशी खिलाड़ियों पर फोड़ा है.
मैक्सवेल ने नहीं निभाई जिम्मेदारी
सहवाग ने कप्तान ग्लेन मैक्सवेल को नाराजगी जताते हुए कहा, ‘मैक्सवेल ऑस्ट्रेलिया के लिए हर फॉर्मेट में (टी20, वनडे, टेस्ट) क्रिकेट खेलते हैं. उन्हें इस तरह की स्थिति से निपटना आना चाहिए. उन्होंने इस मैच में बिलकुल जिम्मेदारी नहीं ली. इस मैच में हम अंत के 4 ओवर नहीं खेल पाए और पहले ही ऑल आउट हो गए. इस धीमे पिच पर यह 4 ओवर में फाइटिंग टोटल के लिए कुछ रन और दे सकते थे.’ वीरू और उनकी टीम को मैक्सवेल से उम्मीद थी कि वह संकट में फंसी अपनी टीम के लिए कप्तानी पारी खेलेंगे. लेकिन वह खाता खोले बिना ही आउट हो गए.
शॉन मार्श और इयॉन मोर्गन को भी लिया आड़े हाथ
सहवाग ने कहा, ‘गप्टिल मैच की शुरुआत में ही आउट हो गए इसलिए उन्हें दोष देना ठीक नहीं क्योंकि उन्हें आक्रामक शुरुआत की जिम्मेदारी मिली थी, लेकिन उनके अलावा शॉन मार्श, इयॉन मोर्गन और कप्तान ग्लेन मैक्सवेल को टीम को संकट से उबारने की जिम्मेदारी अपने हाथ में लेनी थी, लेकिन इनमें से कोई भी बल्लेबाज 12 से 14 ओवर तक क्रीज पर टिकने को राजी नहीं हुआ.’
हार के लिए पिच को जिम्मेदार नहीं ठहरा सकते
सहवाग ने आगे कहा कि शॉन मार्श और इयॉन मॉर्गन इस टीम के सीनियर खिलाड़ी थे और उनके जिम्मेदारी लेकर 12 से 14 ओवर तक विकेट पर टिके रहने की कोशिश करनी थी. टीम के सीनियर्स खिलाड़ियों ने विकेट के धीमे होने को जिम्मेदार ठहराया. इस पर सहवाग ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर इस तरह की शिकायत कर बच नहीं सकते. आपको हर बार बैटिंग के लिए आसान पिच नहीं मिलती. इस तरह के हालात से आपको निपटना आना चाहिए. वीरू ने कहा अगर हम इस स्लो पिच पर 120 के करीब स्कोर होता तो इस मैच में हम पुणे को चुनौती दे सकते थे.