आखिरकार लंबे कयासों के बाद बीसीसीआई ने आईपीएल के बचे हिस्से को कराने को लेकर बड़ा फैसला ले लिया है। आईपीएल के बचे 31 मैच यूएई में कराने की बात बन गई है। बीसीसीआई ने स्पष्ट कर दिया है कि आईपीएल का दूसरा चरण सितंबर-अक्टूबर में कराया जाएगा।
इसी बीच इंग्लैंड क्रिकेट बोर्ड ने ये साफ तौर पर ऐलान कर दिया है कि उसके खिलाड़ी बचे मैचों का हिस्सा नहीं बन पाएंगे क्योंकि सितंबर-अक्टूबर में इंग्लैंड को लिमिटेड ओवर्स सीरीज खेलने के लिए पाकिस्तान और बांग्लादेश का दौरा करना है। इस वजह से चेन्नई, कोलकाता और राजस्थान जैसी टीमों को एक बड़ा झटका लगा है। इन टीमों में खेलने वाले मोईन अली, सैम करन, बेन स्ट्रोक्स और जोफ्रा आर्चर अपनी-अपनी फ्रेंचाइजियों के लिए अवलेबल नहीं हो पाएंगे लेकिन सारी टीमों को इंग्लैंड के प्लेयर्स की कमी नहीं खलने वाली। टूर्नामेंट में दो ऐसी टीमें भी हैं जो इंग्लैंड के खिलाड़ी न आने से और भी ज्यादा मजबूत हुई है। तो चलिए जानते हैं वो दो टीमें कौन सी हैं।
मुंबई इंडियंस
इंग्लैंड बोर्ड के इस फैसले से सबसे ज्यादा खुश मुंबई इंडियंस ही होगी। मुंबई की टीम के पास खिताबी हैट्रिक लगाने के साथ 6 वां आईपीएल खिताब जीतने की उम्मीदें और भी बढ़ गई हैं क्योंकि अगर हम मुंबई इंडियंस के स्क्वाॅड करें तो उसमें 8 विदेशी खिलाड़ी मौजूद हैं लेकिन इन सभी 8 विदेशी खिलाड़ियों में से एक भी खिलाड़ी इंग्लैंड का नहीं है। मुंबई में साउथ अफ्रीका के खिलाडी क्विंटन डी कॉक और मार्को जेंसन मौजूद हैं। वहीं वेस्टइंडीज के कीरोन पोलार्ड हैं जबकि टीम में न्यूजीलैंड के तीन खिलाड़ी इस टीम का हिस्सा हैं। टीम में ट्रेंट बोल्ट, जिमी निशम और एडम मिल्ने के रूप में तेज गेंदबाज मौजूद हैं। इसके अलावा ऑस्ट्रेलिया के नाथन कुल्टर नाइल और क्रिस लिन भी टीम के साथ जुड़े रहने वाले हैं। टीम में सभी खिलाड़ी अवलेबल होने की वजह से मुंबई काफी मजबूत नजर आ रही है। वहीं उसके रास्ते का सबसे बड़ा कांटा चेन्नई काफी कमजोर है क्योंकि उसके दो बड़े खिलाड़ी मोइन अली और सैम कारन सेलेक्शन के लिए अवलेबल नहीं हो पाएंगे।
रॉयल चैलेंजर बैंग्लोर
किंग कोहली का आईपीएल का खिताब जीतने का सपना इस सीजन शायद पूरा हो सकता है। पहले तो इस सीजन खिलाड़ियों ने शानदार प्रदर्शन किया है। वहीं टीम प्लेऑफ की तरफ बहुत तेजी से आगे बढ़ रही है। साथ ही साथ इंग्लैंड के खिलाड़ियों के न आने से बैंग्लोर की टीम अन्य टीमों की तुलना में और भी अधिक मजबूत हो जाएगी। ऐसा इसलिए होगा क्योंकि मुंबई की तरह बैंग्लोर की टीम में भी एक भी खिलाडी इंग्लैंड का नहीं हैं। टीम के पास ऑस्ट्रेलिया के कई खिलाड़ी मौजूद हैं। ग्लैन मैक्सवेल एडम जम्पा, केन रिचर्डसन, डेनियल क्रिस्चियन और डेनियल सैमस सभी आईपीएल के दूसरे लोग अवलेबल हैं। इसके अलावा साउथ अफ्रीका के एबी डीविलियर्स पहले से ही इंटरनेशनल क्रिकेट को अलविदा कह चुके हैं। आरसीबी के पास न्यूजीलैंड के फिन एलन और काइल जैमिसन भी मौजूद रहने वाले हैं।
ऋषभ वर्मा