राष्ट्रीय हरित अधिकरण (NGT) ने शहर में पानी के बढ़ते संकट के बीच कर्नाटक राज्य क्रिकेट संघ (KSCA) और अन्य संबंधित राज्य अधिकारियों को यहां आईपीएल मैचों के दौरान इस्तेमाल किए जाने वाले पानी की जानकारी देने को कहा है। एनजीटी ने राज्य क्रिकेट संघ के अलावा बेंगलुरु जल आपूर्ति और सीवरेज बोर्ड (बीडब्ल्यूएसएसबी) और कर्नाटक राज्य नियंत्रण बोर्ड (केएसपीसीबी) से भी पानी के स्त्रोत और इसकी मात्रा के बारे में दो मई तक रिपोर्ट सौंपने को कहा है।
केएससीए के मुख्य कार्यकारी अधिकारी शुभेंदू घोष ने कहा, ‘हमने नोटिस देख लिया है और वैसे स्टेडियम एनजीटी के नियमों का पालन करता है। इसलिए हमें मैचों के आयोजित होने का भरोसा है।’ आइपीएल मैचों के दौरान चिन्नास्वामी स्टेडियम को ‘ट्रीट’ पेयजल की सप्लाई मिलने की रिपोर्ट आने के बाद एनजीटी ने संज्ञान लिया है।
तीन मैच में यूज हुआ है 75 हजार लीटर पानी
इस स्टेडियम में तीन मैच पहले ही खेले जा चुके हैं और पता लगा है कि इन मैचों में प्रत्येक मैच के लिए 75,000 लीटर पानी का इस्तेमाल किया गया। स्टेडियम में चार और आईपीएल मैच 15 अप्रैल, चार मई, 12 मई और 18 मई को खेले जाने हैं।
कर्नाटक में है पानी का संकट
कर्नाटक सरकार ने पौधों में पानी देने, वाहनों की सफाई तथा अन्य कई कामों के लिए पीने के पानी के इस्तेमाल पर सख्त प्रतिबंध लगाया हुआ है। केएससीए अधिकारियों ने कहा कि वे पिच या आउटफील्ड पर पानी देने के लिए न तो पीने के पानी और न ही भूजल का इस्तेमाल कर रहे हैं।