आईपीएल टीम कोलकाता नाइट राइडर्स के ऑलराउंडर आंद्रे रसेल के करियर का एक काला समय भी था जब वे ड्रग्स के मामले में फंसे थे। 2017 की जनवरी में किंग्सटन में डोपिंग रोधी पैनल द्वारा व्हेयरअबाउट्स के उल्लंघन के चलते रसेल को 12 महीनों के लिए बैन कर दिया गया था। आंद्रे रसेल ने ट्रिब्यूनल से बातचीत करते हुए एक खुलासा किया था। रसेल के मुताबिक उन्होंने इस बात की अनदेखी नहीं की थी और भविष्य में इस पर ध्यान देने को कहा था। हालांकि कोई भी फायदा नहीं हुआ।
ड्रग के मामले फंसे तो 12 महीने के लिए हुए थे बैन
बता दें कि केकेआर ने एक वीडियो अपलोड किया था जिसमें आंद्रे रसेल ने अपनी फीलिंग्स शेयर की हैं। उन्होंने बताया कि कैसे करियर के चरम पर उन्हें झटका लगा था। उस झटके से काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा था। जमैका के खिलाड़ी रसेल ने ये भी याद किया कि कैसे लोग उन्हें ड्रग एडिक्ट समझ रहे थे और इसी के चलते उन्हें साल भर तक मैच के लिए बैन कर दिया गया था। बता दें कि उस वक्त आंद्रे रसेल जबरदस्त फार्म में थे, वे बल्ले व गेंद दोनों में ही शानदार प्रदर्शन कर रहे थे।
तेज गेंदबाजी पर उठने लगे थे सवाल
आंद्रे रसेल ने इंटरव्यू में बताया कि साल 2017 में मेरा करियर काफी बुरे हालातों से हो कर गुजरा था। अपने पीक पर होने के बावजूद जब मुझ पर प्रतिबंध लगा तो मेरी गेंदबाजी व बल्लेबाजी काफी कमजोर हो गई थी। लोग मुझे सिर्फ ड्रग एडिक्ट समझ रहे थे जबकि मैं किसी से कुछ भी नहीं छुपा रहा था। मैं जहां भी खेल रहा था, वहां पर जांच करानी पड़ रही थी। मैं 100 मीटर ऊपर से ही गेंद को बाउंड्री से बाहर फेंक देता था। इसके साथ ही मैं 140 किमी प्रति घंटे से भी अधिक रफ्तार से गेंद डाल रहा था। यही वजह रही कि लोग मुझ पर ड्रग एडिक्ट होने पर सवाल खड़े करने लगे। लोग जानना चाहते थे कि मैं ड्रग ले रहा हूं या फिर कुछ और।
लोगों ने उठाने शुरू कर दिए थे अजीब सवाल
मेरे शरीर में आखिर इतनी शक्ति कहां से आ रही है, ‘मैं लोगों को क्या समझाता… इसलिए मुझे गलत समझा गया। मेरे ड्रग टेस्ट हो रहे थे। मुझे मालूम था कि लेबल को कैसे हटाना है। किसी को भी मुझे कुछ दिखाने या साबित करने की जरुरत नहीं थी। ऐसा लग रहा था कि सब जूते में डाल रहे हैं।’ बता दें कि केकेआर की फ्रेंचाइजी के सबसे अहम सदस्य आंद्रे रसेल ने साल 2017 से टीम में अपने पैर जमाए हुए हैं।
छवि दागी होने के बावजूद केकेआर ने किया भरोसा
आंद्रे रसेल ने 2016 में आईपीएल में 8 पारियां खेली थीं। इम पारियों में उन्होंने 164.91 के स्ट्राइक रेट से कुल 188 रन बनाए थे। इसी के साथ उन्होंने इन पारियों में कुल 15 विकेट भी चटकाए थे। खास बात ये रही कि आंद्रे रसेल की छवि बिगड़ने के बावजूद आईपीएल की केकेआर टीम ने उन पर अपना भरोसा कायम रखा।
ऋषभ वर्मा