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साल 2008 से 2015 तक धोनी के साथ चेन्नई सुपर किंग्स में कंधे से कंधा मिलाकर सुरेश रैना प्लेऑफ में पहुंचे थे। इसके बाद साल 2016 में चेन्नई पर प्रतिबंध लगने के बाद रैना के नेतृत्व वाली गुजरात लॉयंस प्लेऑफ में पहुंची लेकिन धोनी की पुणे चूक गई। रैना को नवीं बार प्लेऑफ में खेलने का मौका मिल गया। लेकिन दसवें सीजन में धोनी ने रैना की बराबरी कर ली। रैना की टीम को इस बार सातवें स्थान से संतोष करना पड़ा है।
पंजाब ने पुणे के खिलाफ बल्लेबाजी करते हुए पावरप्ले में 5 विकेट गंवा दिए। यह मौजूदा सीजन में साझा रूप से सबसे खराब प्रदर्शन है। दिल्ली डेयरडेविल्स के साथ दसवें सीजन में दो बार ऐसा हो चुका है।
पंजाब का लगतार दो मैचों में स्कोर अंतर 157 रन का रहा। पुणे के खिलाफ अंतिम लीग मैच से पहले किंग्स ने मुंबई के खिलाफ 230 रन बनाए थे। लेकिन रविवार को पंजाब की पूरी टीम महज 73 रन पर ढेर हो गई। यह किसी टीम का लगातार दो मैचों के स्कोर का दूसरा सबसे बड़ा अंतर है। मौजूदा सीजन में ही आरसीबी गुजरात लॉयंस के खिलाफ मैच में 213 रन बनाने के बाद अगले मैच में कोलकाता के खिलाफ 49 रन पर सिमट गई थी। इन दोनों मैचों में आरसीबी के स्कोर का अंतकर 164 था।
शनिवार को महेंद्र सिंह धोनी अक्षर पटेल का कैच पकड़ते ही आईपीएल में विकेट के पीछे 100 शिकार पूरे किए। वह दिनेश कार्तिक के बाद यह उपलब्धि हासिल करने वाले दूसरे विकेट कीपर हैं। धोनी के नाम अब आईपीएल में 101 शिकार हैं जबकि दिनेश कार्तिक के नाम 106।
पुणे ने पंजाब को अपनी पारी में 48 गेंद शेष रहते मात दी। यह पारी में शेष गेंदों के आधार पर दूसरी सबसे बड़ी जीत है। आश्चर्य जनक रूप से इस आधार पर सबसे बड़ी जीत भी किंग्स इलेवन पंजाब के नाम ही दर्ज है। पंजाब ने दिल्ली को मोहाली में 72 गेंद शेष रहते मात दी थी।