अमेरिका के 45वे राष्ट्रपित बनने के बाद डोनाल्ड ट्रंप ने अमेरिका में बहुत से बड़े फैसले ले लिए है। जहां एक तरफ ट्रंप ने बाहर से आने वाले मुस्लमानो पर बैन लगा दिया है। वही अब ट्रंप अपने साथियो के साथ ISIS के खिलाफ लड़ाई करने के नए-नए प्लान बना रहे है।
नजरबंद सईद बोला- ट्रंप और मोदी की दोस्ती की वजह से हुई कार्रवाई
ट्रंप राष्ट्रपति बनने के बाद पहली बार रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से कापी समय तक फोन में बाते की। इस बातचीत को अमेरिका ने रूसी और अमेरिका के बीच संबंध के शुधार का एक अहम आधार माना है। क्योकि अमेरिका ने कहा कि दोनो देशो के बीच संबंध में सुधार करना बहुत ही अहम है। इस के बाद ट्रंप ने जर्मन चांसलर एंजेला मर्केल, फ्रांस के राष्ट्रपति फ्रांस्वा ओलोंद, ऑस्ट्रेलिया के पीएम मैलकॉम टर्नबॉल और जापानी पीएम शिंजो अबे से भी अहम बाते की।
बड़ी खबर : सात मुस्लिम देशों पर बैन के बाद अब भारत की बारी
वही अमेरिका के अहम यूरोपियन संयोगी ट्रंप के मुस्लमानिक आतंकवाद के खिलाफ के तरीके को पसंद नही किया है। साथ ही फ्रांस और जर्मन के चांसलर ने भी अमेरिका में मुस्लमानो के बैन का विराध किया है। इसी वजह से अमेरिका रूस को अपना अहम संयोगी के रूप में देखता है। मार्केल ने ट्रंप के नए नियम की निंदा करते हुए कहा है कि- आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई करो यह एक बहुत अच्छी बात है मगर किसी एक धर्म के खिलाफ लड़ाई करना यह संदेह ठीक नही है।