इजरायल के प्रधानमंत्री नफ्ताली बेनेट भारत दौरे से पहले कोरोना वायरस से संक्रमित हो गए हैं। इस बात की जानकारी उनके कार्यालय ने दी है। अपने समकक्ष प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आमंत्रण पर बेनेट 3 अप्रैल को दो दिवसीय दौरे पर भारत पहुंच रहे थे। उन्होंने कहा था कि वे दोनों देशों के बीच संबंधों के 30 साल पूरे होने पर अप्रैल के पहले सप्ताह में भारत की यात्रा पर आएंगे। हालांकि, अभी बेनेट का दौरा रद्द होने के संबंध में कोई खबर नहीं है।
खास बात है कि बेनेट ने हाल ही में अमेरिका के विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन से मुलाकात की थी। पीएम बेनेट के कार्यालय की तरफ से जारी बयान के अनुसार, ‘बेनेट, जिन्होंने इजरायल और अरब के राजनयिकों के साथ रविवार को ‘ऐतिहासिक शिखर सम्मेलन’ के इतर मुलाकात की थी, वह अब अच्छा महसूस कर रहे हैं और तय काम अपने घर से पूरे करेंगे।’
पिछले साल जून में प्रधानमंत्री बने बेनेट की भारत की यह पहली यात्रा है। इस यात्रा का उद्देश्य दोनों देशों के बीच नवाचार और प्रौद्योगिकी, सुरक्षा और साइबर तथा कृषि एवं जलवायु परिवर्तन के क्षेत्रों में सहयोग का विस्तार करना है। बेनेट ने कहा, ‘मैं अपने मित्र, प्रधानमंत्री (नरेंद्र) मोदी के निमंत्रण पर भारत की अपनी पहली आधिकारिक यात्रा को लेकर खुश हूं और साथ में हम अपने-अपने देशों के संबंधों को आगे की दिशा में बढ़ाते रहेंगे।’
उन्होंने कहा था, ‘मोदी ने भारत और इजराइल के बीच संबंधों की फिर से शुरुआत की और इसका ऐतिहासिक महत्व है। हमारी दो अनूठी संस्कृतियों – भारतीय संस्कृति और यहूदी संस्कृति के बीच संबंध गहरे हैं और वे अगाध सराहना एवं सार्थक सहयोग पर आधारित हैं।’
बयान में कहा गया है कि दोनों नेताओं की मुलाकात पिछले वर्ष अक्टूबर में ग्लासगो में संयुक्त राष्ट्र जलवायु परिवर्तन सम्मेलन (सीओपी26) से इतर हुई थी, तब प्रधानमंत्री मोदी ने इजराइल के अपने समकक्ष बेनेट को भारत की आधिकारिक यात्रा के लिए आमंत्रित किया था।
बयान के अनुसार, ‘यह यात्रा दोनों देशों और नेताओं के बीच महत्वपूर्ण संबंध की पुष्टि करेगी तथा इजरायल और भारत के बीच संबंधों की स्थापना की 30वीं वर्षगांठ के अवसर पर होगी।’ मीडिया सलाहकार ने कहा, ‘यात्रा का उद्देश्य दोनों देशों के बीच रणनीतिक गठबंधन को आगे बढ़ाना और मजबूत करना एवं द्विपक्षीय संबंधों का विस्तार करना है।
बेनेट अपनी यात्रा के दौरान अपने भारतीय समकक्ष, वरिष्ठ सरकारी अधिकारियों और स्थानीय यहूदी समुदाय के लोगों से भी मुलाकात करेंगे। बयान में कहा गया है कि यात्रा का पूरा कार्यक्रम और अतिरिक्त विवरण अलग से जारी किया जाएगा। भारत ने इजराइल को 1950 में मान्यता दी थी, हालांकि दोनों देशों के बीच 1992 में पूर्ण राजनयिक संबंध स्थापित किए गए थे।