शुक्रवार को सेंसेक्स सूचकांक 736 अंक फिसलकर 54,966 के स्तर पर खुला, जबकि दूसरी ओर निफ्टी सूचकांक 231 अंक टूटकर 16,452 के स्तर पर खुला। कारोबार शुरू होने के कुछ ही मिनट बाद सेंसेक्स 900 अंक तक टूट गया।
सेंसेक्स और निफ्टी में शुक्रवार को गिरावट
अमेरिकी बाजारों में रात भर और एशियाई शेयरों में आज सुबह तेज गिरावट देखी गई। इसके कराण घरेलू बेंचमार्क सूचकांकों को गहरा नुकसान हुआ। बीएसई सेंसेक्स 987.43 अंक तक गिर गया। बीएसई सेंसेक्स -1.77% गिरकर 54,714.80 पर बंद हुआ। वहीं, एनएसई (NSE) निफ्टी 300.15 अंक गिरकर 16,382.50 पर बंद हुआ। इसमें -1.8% की गिरावट दर्ज की गई।
लाल निशान पर शेयर
बाजार में सभी फ्रंटलाइन स्टॉक रेड जोन में थे। सेंसेक्स-30 के शेयरों में बजाज ट्विन्स, मारुति, विप्रो, अल्ट्राटेक सीमेंट, एचसीएल टेक, एक्सिस बैंक, इंफोसिस, एचयूएल और टाटा स्टील 3 फीसदी तक की गिरावट के साथ टॉप पर रहे। बाजार खुलने के साथ शुक्रवार को लगभग 387 शेयरों में तेजी आई है, 1643 शेयरों में गिरावट आई है और 78 शेयरों में कोई बदलाव नहीं हुआ है। बीते कारोबार सत्र गुरुवार को शेयर बाजार मामूली बढ़त लेते हुए हरे निशान पर बंद हुआ था।
निफ्टी 50 पर टाटा मोटर्स, हिंडाल्को और अपोलो हॉस्पिटल्स काफी ज्यादा पिछड़ गए। व्यापक बाजारों में बीएसई मिडकैप और स्मॉलकैप सूचकांक 2.2 प्रतिशत तक गिर गया। सेक्टर के लिहाज से निफ्टी कंज्यूमर ड्यूरेबल्स, रियल्टी, आईटी, ऑटो, फाइनेंशियल और मेटल्स में 2-3 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई। शेष क्षेत्रों में भी भारी नुकसान हुआ है।
बुधवार को भी टूटा था बाजार
आपको बता दें कि बुधवार को भी शेयर बाजार में बड़ी गिरावट आई थी और निवेशकों को एक झटके में 6.27 लाख करोड़ का नुकसान हुआ था। बुधवार को शेयर बाजार ने मामूली बढ़त के साथ कारोबार शुरू हुआ, लेकिन अचानक बुलाई गई आरबीआई की बैठक और इसमें रेपो दरों को 40 बेसिस प्वाइंट बढ़ाने के फैसले के बाद एकदम से बाजार में तूफान आ गया और 30 शेयरों वाला सेंसेक्स 1306 अंक गिरकर 55,669 के स्तर पर बंद हुआ था।