बिहार के सत्ताधारी महागठबंधन पर घमासान मचा हुआ है। एक तरफ जेडीयू-आरजेडी-कांग्रेस में तनातनी चल रही है और नेता आपस में बयानबाजी कर रहे हैं, तो दूसरी ओर जनता दल(युनाइटेड) के वरिष्ठ नेता शरद यादव चाहते हैं कि महागठबंधन न टूटे और सभी दल इसे बचाने में सहयोग करें। जेडीयू के महासचिव केसी त्यागी ने कहा कि महागठबंधन को बचाने की जिम्मेदारी सभी घटक दलों की है।पेंटागन ने भारत-चीन से की अपील, प्रत्यक्ष वार्ता के जरिए घटाएं तनाव
दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के भोज में शामिल होने के बाद नीतीश कुमार ने राहुल गांधी से मुलाकात की थी। उन्होंने महागठबंधन को लेकर अपनी बात रखी, जिसके बाद राहुल गांधी ने आरजेडी मुखिया लालू यादव से बातचीत की बात कही। नीतीश कुमार के पटना लौटने के बाद इस मुद्दे पर फैसला लेने की उम्मीद की जा रही है।
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शरद यादव ने महागठबंधन टूटने की बात पर कहा कि सभी दलों को आपसी सहयोग कर गठबंधन को बचाए रखना होगा। उन्होंने कहा कि मैं चाहता हूं, ये महागठबंधन चलता रहे। इस मुद्दे पर जेडीयू के मुख्य प्रवक्ता केसी त्यागी ने कहा कि पार्टी फोरम में सभी मुद्दों पर बातचीत हो चुकी है। और महागठबंधन को बचाने की जिम्मेदारी जेडीयू के साथ दोनों अन्य दलों की भी है।
इस मुद्दे पर एक न्यूज चैनल से फोनलाइन पर जेडीयू नेता राजीव रंजन ने कहा कि भ्रष्टाचार को लेकर पार्टी का रुख सभी जानते हैं, ऐसे में आरजेडी को फैसला लेना ही होगा। वहीं, आरजेडी विधायक भाई वीरेंद्र ने जेडीयू पर बीजेपी की भाषा बोलने का आरोप लगाया। वीरेंद्र ने कहा कि आरजेडी विधायकों ने तय किया है कि तेजस्वी पद पर बने रहेंगे। वो अपने पद से इस्तीफा नहीं देंगे।
बता दें कि महागठबंधन को लेकर राजनीतिक बयानबाजी अपने चरम पर पहुंच चुकी है। जेडीयू बार बार आरजेडी को चेता रही है, तो आरजेडी उप-मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव को न हटाने की बात पर अड़ी है।