डी अनबू ने बताया कि मौजूदा समय में भी साउथ ऑफ पीर पंजाल में 185 से 220 और नार्थ ऑफ पीर पंजाल में 195 से 220 आतंकी घुसपैठ के लिए तैयार हैं। इनका नंबर कभी कम नहीं होता है। उन्होंने कहा कि हिज्बुल मुजाहिदीन, जैश-ए-मोहम्मद और लश्कर-ए-तैयबा अब घाटी में एक दूसरे से जुड़ कर काम कर रहे हैं।
लेकिन हमारी सेना को इससे कोई फर्क नहीं पड़ता है। इनको सेना किसी कीमत पर भी नहीं छोड़ेगी। जो भी सिर उठाएगा, उसको कुचल दिया जाएगा।
2017 में दोगुने हुए घुसपैठ के प्रयास
डी अनबू ने बताया कि एलओसी और सीमा पर घुसपैठ की कोशिशें लगातार बढ़ती जा रही हैं। वर्ष 2017 में 2016 के मुकाबले में दोगुने घुसपैठ के प्रयास किए गए हैं, लेकिन सेना सख्ती के साथ घुसपैठ को रोक रही है।
कश्मीर में बढ़ रही स्थानीय आतंकियों की संख्या
कश्मीर में स्थानीय आतंकियो की संख्या में लगातार बढ़ोतरी हो रही है और सभी ज्यादातर युवा हैं। कश्मीर की कुल आबादी 69 लाख है। लगभग 42 से 45 लाख की आबादी 30 वर्ष या फिर इससे नीचे की उम्र की है। सोशल मीडिया के जरिए इनको भटकाया जा रहा है। मौजूदा समय में कश्मीर में करीब 219 या 220 स्थानीय आतंकी सक्रिय हैं।
मारे गए पाकिस्तानी सैनिकों की नहीं मौजूद सही जानकारी
एलओसी पर पाकिस्तान की गोलीबारी के जवाब में भारत की कार्रवाई में मारे गए पाकिस्तानी सैनिकों की संख्या के बारे में डी अनबू ने कहा कि उनके पास इसकी सही जानकारी नहीं है। सोशल मीडिया पर किसी समाचार पत्र ने इनकी संख्या 192 बताई थी, लेकिन उनकी जानकारी के अनुसार करीब 13 पाकिस्तानी सैनिक मारे गए हैं।