जम्मू कश्मीर में गठबंधन सरकार में भाजपा के साथ सरकार चलाने वाली पीडीपी के चीफ प्रवक्ता ने विवादित बयान देते हुए कहा कि घाटी में स्थानीय आतंकियों के मरने पर शोक व्यक्त करने में कुछ गलत नहीं है। पीडीपी चीफ प्रवक्ता रफी अहमद मीर ने सोपोर हमले को लेकर कहा कि यह एक दर्दनाक घटना थी जिसमें हमारे अपने कश्मीरी बच्चों की जान गई। उन्होंने कहा कि चाहे किसी की भी जान जाए चाहे वो पुलिस का जवान हो या फिर आतंकी हो, हम ऐसी घटनाओं की निंदा करते हैं।
उम्मीद करते हैं कि आगे से ऐसी घटनाएं नहीं होंगी। पीडीपी का शुरू से एक अलग नजरिया रहा है। कौन शहीद हुआ या नहीं वो तो अल्लाह के पास है। मीर ने यह भी कहा कि चाहे सीआरपीएफ का कोई गैर मुसलमान बाहर का जवान हो या फिर कोई अपना ही बच्चा हो जो आतंकी को उसकी ताजियत करने में कोई रुकावट नहीं।
गौरतलब है कि इससे पूर्व पीडीपी-भाजपा गठबंधन के एजेंडा आफ एलाईंस को लेकर उन्होंने कहा कि चुनावों के बाद दोनों एक साथ हैं। दोनों पार्टियों का नजरिया अलग था चाहे वो 370 हो या फिर बाकी चीजें लेकिन सरकार बनाने के लिए हाथ मिलाना पड़ा। मीर ने कहा कि यह एक कठिन फैसला था पार्टी का, लोगों की ओर से नाराज़गी देखने को मिली।