मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती दो दिसंबर को सर्वसम्मति से एक बार फिर पीडीपी की अध्यक्ष चुनी गई। महबूबा के खिलाफ कोई उम्मीदवार मैदान में नहीं था ऐसे में एक बार फिर से पीडीपी का अध्यक्ष चुने जाने का रास्ता पहले ही साफ हो चुका था।
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आज महबूबा मुफ्ती को पार्टी की दोबारा कमान सौंपने के लिए सर्वसम्मति से फैसला लिया गया। पार्टी अध्यक्ष पद का चुनाव मुख्यमंत्री आवास में हुआ जिसमें पूरे प्रदेश से करीब 250 डेलीगेट्स ने हिस्सा लिया। चुनाव की तैयारियों व प्रबंधों के लिए गांधीनगर स्थित पीडीपी मुख्यालय में शुक्रवार से ही पार्टी नेता तैयारियों को अंतिम रूप देने में जुटे थे।
पार्टी ने चुनाव के लिए अब्दुल रहमान वीरी को रिटर्निंग अफसर और ठाकुर फलेल सिंह को चुनाव पर्यवेक्षक नियुक्त किया हुआ था। पार्टी के सभी मंत्रियों व विधायकों के अलावा सांसद व विधान परिषद के सदस्य भी चुनाव के समय मौजूद रहे।
गौरतलब है कि 2003 से लेकर वर्तमान समय तक महबूबा मुफ्ती ही पीडीपी की अध्यक्ष बनी हुईं हैं। इसके साथ ही महबूबा मुफ्ती राज्य की पहली महिला मुख्यमंत्री है। महबूबा ने चार अप्रैल 2016 को पीडीपी-भाजपा गठबंधन से जम्मू-कश्मीर में सरकार बनाने में सफलता हासिल की और प्रदेश की बागडोर संभाली।
पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) की स्थापना 1999 में हुई थी और उस समय पहले अध्यक्ष मुफ्ती मोहम्मद सईद बने थे।