राम रहीम को पता था कि उसे जेल होनी है, इसलिए उसने पहले से ही कई कोड वर्ड तैयार कर रखे थे, जिनमें से एक था ‘स्प्रे कर दो’। जानिए इसका क्या मतलब है?BJP के दागी विधायकों और सांसदों पर जल्द ही लगेगा आजीवन प्रतिबंध, लेकिन सबसे पहले डूबेगी केशव मौर्या की नईया!
25 अगस्त को फिरोजपुर और फरीदकोट में आगजनी करने के लिए डेरा प्रेमियों की तरफ से ‘स्प्रे कर दो’ का कोड रखा गया था, जिसे पुलिस के खुफिया विभागों ने ट्रेस कर फिरोजपुर और फरीदकोट को आगजनी की घटनाओं से बचा लिया।
मुक्तसर से 35 पेट्रोल बम बरामद हुए थे। विभिन्न खुफिया एजेंसी टेलीफोन और मोबाइल पर होने वाली सभी कॉल पर नजर रखे हुए थे, वहीं से पता चला कि स्प्रे का मतलब आग लगने का आदेश है। पुलिस के एक वरिष्ठ सूत्र के अनुसार 25 अगस्त से पहले ही डेरा प्रेमियों की टेलीफोन और मोबाइल पर जो बातें हो रही थी उन्हें ट्रेस किया जा रहा था।
25 अगस्त को जब डेरा प्रमुख को दोषी ठहराया गया तो उसके कुछ ही देर बाद कुछ प्रेमी बात कर रहे थे कि स्प्रे करना शुरू कर दो। स्प्रे का मतलब अपने इलाके में आगजनी की घटनाओं को अंजाम देना शुरू कर दो। इसी कारण इलाके में कर्फ्यू लगाया गया। मुक्तसर से 35 पेट्रोल बम बरामद किए गए।
पंजाब में जो डेरा प्रेमी थे, वे पंचकूला में बैठे थे, यही कारण है कि पंजाब में नुकसान कम हुआ है। अधिकारी ने बताया कि डेरा प्रेमियों की कोड में जितनी बातें हुई हैं उन्हें ज्यूडिशियल और पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों के सामने रखा है।
फिरोजपुर में डेरा सच्चा सौदा की तरफ से बनाई गई कमेटी कुर्बानी के सदस्यों को पहले ही हिरासत में ले लिया गया था। फिरोजपुर के गांव ढींढसा में जिन दो डेरा प्रेमियों ने गुरुद्वारे में आग लगाई थी, उन्हें पुलिस ने पकड़ लिया है।
आरोपी की गुरुद्वारे के सामने ही किरयाने की दुकान थी। अधिकारियों का कहना है कि डेरा प्रेमी के पास गुरुद्वारे की चाबी थी, उसने खुद गुरुद्वारे का दरवाजा खोलकर आग लगाई और शोर मचा दिया। अधिकारियों का कहना है कि गुरुद्वारे में आग लग जाती तो पूरे पंजाब का माहौल खराब होना था।