ज्येष्ठ का महीना खत्म हो गया है और आज से आषाढ़ का महीना शुरू है। हिंदू धर्म के कैलेंडर के अनुसार पूर्णिमा के बाद पंचांग के नए महीने की शुरुआत होती है। इस बार आषाढ़ 15 जून से शुरू होगा। ज्येष्ठ पूर्णिमा 14 जून को थी। इस महीने में कई ऐसे व्रत और त्योहार पड़ेंगे जिसमें लोग अपने आराध्य को याद करेंगे। उड़ीसा में जगन्नाथ रथ यात्रा का आयोजन भी इसी माह होगा। साथ ही कई राज्यों में मानसून भी पूरी तरह आ जाएगा। आइए जानते हैं।
आज से शुरू हो रहा आषाढ़
हिंदू धर्म में आषाढ़ मास 15 जून से होगा। आषाढ़ का महीना इस बार एक माह ही होगा, यह 13 जुलाई को समाप्त हो जाएगा और सावन शुरू होगा। इस महीने आषाढ़ महीने के एकादशी, पूर्णिमा और अमावस्या तो होगी ही साथ ही देवशयनी एकादशी, योगिनी एकादशी, मिथुन संक्रांति, प्रदोष व्रत के अलावा चतुर्थी और जगन्नाथ रथ यात्रा का उत्सव भी शुरू होगा। आषाढ़ का महीना भगवान विष्णु को समर्पित माना जाता है, लेकिन इसी माह भगवान निद्रा में जाते हैं और चतुर्मास शुरू होता है।
होंगे मांगलिक कार्य बंद
आषाढ़ के महीने में ही भगवान विष्णु निद्रा में जाते हैं और इस दौरान किसी तरह का कोई मांगलिक कार्य नहीं होता है। भगवान की निद्रा चार माह बाद खत्म होती है और देवउठनी एकादशी से मांगलिक कार्य शुरू होते हैं। चार माह तक किसी तरह का कोई शुभ काम नहीं होगा। चातुर्मास की शुरूआत 10 जुलाई से शुरू होगा। यह पूरे चार माह तक चलेगा। इस माह जगन्नाथ यात्रा उत्सव एक जुलाई से शुरू होगी। इस दौरान देश-विदेश से लोग उड़ीसा के पुरी पहुंचेंगे। यहां उत्सव की तैयारियां काफी जोर-शोर से चल रही है। इसके अलावा 27 जून को मासिक शिवरात्रि, 29 को आषाढ़ अमावस, 30 जून को गुप्त नवरात्रि, 3 जुलाई को विनाय चतुर्थी, 4 जुलाई को स्कंद षष्ठी, 9 जुलाई को गौरी व्रत, 11 जुलाई को सोम प्रदोष व्रत, 12 जुलाई को जया पार्वती व्रत, 13 को गुरु पूर्णिमा और व्यास पूर्णिमा होगी।
GB Singh