ज्येष्ठ मास शुरू हो चुका है और इसका पहला मंगलवार भी बीत गया। इस माह में कई तरह के खास व्रत और त्योहार होते हैं। ज्येष्ठ मास में गर्मी भी काफी पड़ती है। इसलिए इन सभी चीजों को ध्यान में रखते हुए कहा गया है कि ज्येष्ठ मास में कुछ कार्य आपकी जिंदगी को बना सकते हैं। कष्ट दूर हो सकते हैं और पुण्य की प्राप्ति होती है। आइए जानते हैं कि इस माह में ऐसा क्या करें कि भगवान आपसे प्रसन्न हों और आपके ऊपर उनकी कृपा रहे।

खास है ज्येष्ठ मास
ज्येष्ठ मास पंचांग के अनुसार देखें तो साल का तीसरा महीना है। यह 17 मई से लग चुका है और शुरुआत हुई है मंगलवार से। ज्येष्ठ मास में ही हनुमान की पूजा का विशेष महत्व है और इस पूरे माह पड़ने वाले मंगल को बड़े मंगल कहते हैं। इस माह में सूर्य की उपासना भी की जाती है जो काफी जरूरी मानी जाती है, क्योंकि इस माह सूर्य अपने तेज में होता है। ज्येष्ठ मास में ही लक्ष्मी की कृपा पाने का भी माह कहा जाता है।
उपाय करने से कष्ट होंगे दूर
ज्येष्ठ मास के बारे में कहा जाता है कि सूरज निकलने से पहले उठना चाहिए और स्नान करना चाहिए। इस मास में दिन बड़े होते है इसलिए सुबह से ही कार्यों को निपटाना चाहिए। माता लक्ष्मी को याद कर अपने माता-पिता और पितरों का भी आशीर्वाद लें। इससे पूरा दिन अच्छा बीतता है। गर्मी काफी होती है इसलिए इस पूरे माह अपने घर के आसपास में जानवर और पक्षियों के खाने और पीने का इंतजाम रखें। इंसानों के लिए भी पानी का इंतजाम करें ताकि वे गर्मी में प्यास से व्याकुल न हों। इससे बुध और शनि भी काफी अच्छा होता है और दोष खत्म होते हैं। पानी ज्यादा पिएं और बेल का शर्बत लें। बैंगन न खाएं और तिल का दान करें।
GB Singh
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