सावन का महीना शुरू हो चुका है। कल यानी 26 जुलाई को सावन का पहला सोमवार है। तमाम श्रद्धालु इस माह में भगवान भोलेनाथ की आराधना करेंगे। इस दौरान पूरे एक माह तक जहां महादेव को प्रसन्न करने के लिए लोग व्रत करेंगे वहीं कष्ट और दोष मिटाने के भी उपाय किए जाएंगे। तमाम तरह के दोषों में काल सर्प दोष को लेकर लोग इसी महीने पूजा अर्चना करेंगे। आइए जानते सावन में इस दोष को हटाने के लिए किस तरह के उपाय कर सकते हैं।
विशेष फलदायी है यह महीना
सावन में हर तरफ हरियाली होती है। मन खुश होता और प्रकृति भी आपको हर्षित करती है। यह पूरा महीना एक तरह से काफी खुश करने वाला होता है। इसलिए हिंदू धर्म में इस माह की विशेष महत्ता बताई गई है। आचार्य मुकेश मिश्र के मुताबिक यह महीना काफी फलदायी होती है। इसी सावन से लोग अपने 16 सोमवार के व्रत भी शुरू कर सकते हैं। इस बार चार सावन के व्रत पड़ेंगे। पहला व्रत 26 जुलाई को होगा, दूसरा दो अगस्त को, तीसरा नौ अगस्त को और चौथा व्रत 16 अगस्त को पड़ेगा। सावन का व्रत करने के लिए सुबह उठकर पहले स्नान करें। फिर महादेव का ध्यान करते हुए व्रत का संकल्प लें। घर में दीपक जलाएं और सभी भगवान को गंगा जल से अभिषेक कराएं। शिवलिंग पर जाकर दूध, गंगाजल, बेल पत्र और फूल चढ़ाएं। ओम नम: शिवाय का जाप करते हुए उनका ध्यान करें और व्रत की कथा पढ़ें। आरती करने के बाद भगवान को भोग लगाएं। शाम को भी पूजा करें और शिव चालीसा पढ़ें।
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दोष के निवारण के लिए यह करें
सावन में ही चतुर्दशी को शिवरात्रि भी मनाई जाती है। इसका व्रत भी सावन में होता है। यह छह अगस्त को होगा और सात अगस्त को व्रत का पारण किया जा सकेगा। शिवरात्रि पर पूजा छह अगस्त की यानी सात अगस्त की सुबह 12 बजकर 6 मिनट से 12:48 तक यह पूजा की जाएगी। सात अगस्त की सुबह 5:46 से दोपहर 3:45 पर इसका पारण कर सकेंगे। काल सर्प दोष के निवारण के लिए उन्हें भी अच्छे से पूजा करनी चाहिए। यह दोष लोगों की कुंडली में मिलता है जिसमें राहू दोष या काल सर्प दोष पता चलने पर उनको अच्छे से पूजा अर्चना करवानी चाहिए। सावन का महीना ऐसे दोष निवारण के लिए अति उत्तम है। ऐसे लोगों को रुद्राभिषेक भी करना चाहिए जिससे यह दोष काफी हद तक कट जाता है।