बेंगलुरु: कर्नाटक विधानसभा में शक्ति परीक्षण के शुरु होने से पहले ही भाजपा की सरकार गिर गयी। बहुमत परीक्षण पहले ही सीएम बीएस येदियुरप्पा बहुमत का जादुई नंबर न जुट पाने की स्थिति में इस्तीफा दे दिया। अब कांग्रेस और जेडीएस को कर्नाटक में सरकार बनाने का मौका मिल सकता है।
बीजेपी आलाकमान खरीद- फरोख्त के आरोपों नहीं चाहता है। इससे पहले सुप्रीम कोर्ट ने आदेश दिया है कि केजी बोपैया कर्नाटक विधानसभा में प्रोटेम स्पीकर बने रहेंगे। इसके साथ ही आज विधानसभा में बहुमत परीक्षण का लाइव टेलीकॉस्ट भी किया जाएगा। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कपिल सिब्बल ने कहा है कि प्रोटेम स्पीकर के खिलाफ दी गई याचिका कोर्ट में कांग्रेस आगे नहीं बढ़ाएगी।
उनका कहना था कि आज होने वाली प्रक्रिया पारदर्शी तरीके से हो यह काफी महत्वपूर्ण है और कोर्ट ने इसकी व्यवस्था दी है। कांग्रेस की ओर पेश वकील कपिल सिब्बल ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर खुश हैं। हमारी मांग भी यही थी कि जिन्हें प्रोटेम स्पीकर बनाया गया है उसपर भरोसा नहीं है ऐसे में कोई और इंतजाम किया जाएण् कोर्ट ने हमारी दलील मान ली और सारी प्रक्रिया पारदर्शी तरीके से हो इसके लिए इसे लाइव टेलीकास्ट करने का आदेश दिया।
15 मई 2018 को मतगणना के बाद कर्नाटक विधानसभा में किसी को भी पूर्ण बहुमत नहीं मिलाण् बीजेपी 104 सीट पर जीत दर्ज की जबकि कांग्रेस 78 सीटों पर जीत दर्ज कीण् जेडीएस के खाते में 38 सीट गई जीत दर्ज करने में सफल रहे। कोर्ट के आदेश के अनुसार 19 मई की शाम 4 बजे कर्नाटक विधानसभा में बीजेपी नेता बीएस येदियुरप्पा को अपना बहुमत साबित करना था। बीएस येदियुरप्पा ने 17 मई की सुबह 9.30 बजे कर्नाटक के 25वें मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली थी।