लखनऊ: उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में सूबे के मुखिया योगी आदित्यनाथ के बयान के विरोध में बुधवार की दोपहर समाजवादी पार्टी के लोगों ने सीएम दफ्तर के बाहर प्रदर्शन किया। वह लोग समाजवादियों को आतंकवादी कहने जाने से नारजे थे और सीएम को ज्ञापन देना चाह रहे थे। मौके पर पहुंची पुलिस की समाजवादियों से तीखी नोकझोंक हुई। इसके बाद पुलिस ने उस पर लाठीचार्ज करते हुए उनको खदेड़ लिया।
प्रदर्शन कर रहे कार्यकर्ताओं ने कहा कि मुख्यमंत्री ने एक कार्यक्रम में कहा था कि समाजवाद आतंकवाद से जुड़ा है और उनके इस बयान से पूरे देश के समाजवादी विचारधारा के लोगों की भावनाएं आहत हुई हैं। उन्होंने कहा कि यह एक ऐसी विचारधारा है जिस पर हमारे देश के महान क्रांतिकारियों ने अपने जीवन का बलिदान दिया है।
यही नहीं वर्तमान में देश के करोड़ों लोग समाजवाद को अपना आदर्श मानते हैं। छात्र सभा के कार्यकर्ता लोहिया चौराहा से पैदल मार्च करते हुए कालिदास मार्ग पहुंचे।
यहां पहले से मौजूद पुलिस बल ने उन्हें चौराहे पर ही रोक लिया। यहां पर कार्यकर्ताओं ने नारेबाजी करनी शुरू कर दी। साथ मुख्यमंत्री से मिलकर उन्हें ज्ञापन देने की मांग करने लगे।
पुलिस ने उन्हें रोकते हुए कहा कि पहले वह भाजपा कार्यालय जाकर मुख्यमंत्री से मिलने की अनुमति लेकर आएं लेकिन कार्यकर्ताओं ने ऐसा करने से मना कर दिया। इसके बाद वह वहीं बैठकर प्रदर्शन करते हुए सीएम से मिलने की मांग करने लगे। मना करने के बावजूद न मानने पर पुलिस ने लाठीचार्ज कर उन्हें खड़ेदा और दो लोगों को हिरासत में ले लिया।