नई दिल्ली: भारतीय क्रिकेट टीम के युवा स्पिनर युजवेंद्र चहल खेल प्रेमी के साथ ही साथ पशु प्रेमी भी हैं। जानवरों की सुरक्षा और उनके साथ हो रहे व्यवहार को लेकर युजवेंद्र चहल काफी सेंसटिव हैं। ऐसे में युजवेंद्र चहल ने जानवरों के साथ हो रही क्रूरता को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को एक पत्र लिखा है।
वह अक्सर अपने सोशल मीडिया पेज पर भी जानवरों के साथ होने वाले दुव्र्यवहार को लेकर भी अपनी बात रखते रहे हैं। युजवेंद्र चहल ने इस पत्र में लिखा है कि जब पेटा इंडिया ने मुझे बताया कि जानवरों के साथ क्रूरता और उन्हें मारने की सजा पशु क्रूरता अवरोधक कानून 1960 के तहत मात्र 50 रुपए है तो मेरा सिर चकरा गया।
इन दिनों तो एक कप कॉफी भी इससे महंगी है। उन्होंने लिखा कि यह बहुत दुख की बात है। रिपोट्र्स के मुताबिक गाय, कुत्ते और देश के दूसरे जानवरों के साथ रोजाना दुव्र्यवहार होता है। उन्हें मारा जाता है, जहर दिया जाता है, एसिड से अटैक किया जाता है और यहां तक कि उनके साथ यौन उत्पीडऩ भी किया जाता है। हाल ही में हरियाणा में एक गर्भवती बकरी के साथ आठ लोगों के रेप करने का मामला भी सामने आया था।
रेप के कारण चोटिल होने की वजह से उस बकरी की मौत हो गई थी। चहल ने आगे कहा. कि जानवरों के साथ क्रूरता की यह स्थिति इंसानों के लिए भी काफी खतरनाक है। रिसर्च के मुताबिकए जो लोग जानवरों के साथ क्रूरता करते हैं वह ऐसा बार-बार करते हैं और इसके बाद वह दूसरे जानवरों और इंसानों को भी नुकसान पहुंचाते हैं।
अगर जानवरों के साथ क्रूरता करने वाले इन अपराधियों को सही जुर्माना, वक्त पर जेल और काउंसिलिंग दी जाए तो यह उनके और जानवरों दोनों के लिए ठीक रहेगा। मैं गुजारिश करता हूं कि जानवरों के साथ क्रूरता करने वालों की सजा कठोर की जाएए ताकि ऐसे अपराध में कमी आए।