सोमवार को शुरुआती कारोबार के दौरान भारतीय जीवन बीमा निगम (LIC) के शेयरों में जबरदस्त बिकवाली देखी गई और बीएसई पर इसके शेयरों में 2 प्रतिशत की गिरावट देखी गई। LIC के शेयर बीएसई पर 786.05 रुपये प्रति शेयर पर कारोबार करते नजर आए। वहीं, LIC का Market Cap भी 5 लाख करोड़ रुपये के नीचे आ गया। खबर लिखे जाते समय LIC के शेयर एनएसई पर 786.50 रुपये प्रति शेयर पर कारोबार कर रहे थे और इसका बाजार पूंजीकरण (M-Cap) 4,97,46,106.92 रुपये था।
आपको बताते चलें कि LIC के स्टॉक्स में लगातार 5 कारोबारी सत्रों से गिरावट देखी जा रही है। इन 5 कारोबारी सत्रों में एलआईसी के शेयर 6 प्रतिशत टूट चुके हैं। वहीं बीएसई का सेंसेक्स इस अवधि में सिर्फ 0.83 प्रतिशत टूटा है। 17 मई को LIC के शेयरों की कमजोर लिस्टिंग हुई थी। इश्यू प्राइस के मुकाबले इसकी लिस्टिंग 8 प्रतिशत के गिरावट के साथ हुई थी। अगर सोमवार यानी आज आई गिरावट को भी इसमें शामिल कर लिया जाए तो 949 रुपये के इश्यू प्राइस के मुकाबले इसमें 17 प्रतिशत तक की गिरावट देखी गई।
LIC का IPO देश का अबतक का सबसे बड़ा आईपीओ था। इसका आकार 20,557 करोड़़ रुपये का था और इसे मात्र 2.95 गुना सब्सक्रिप्शन मिला था। खुदरा निवेशकों के इसके शेयर 905 रुपये प्रति शेयर पर आवंटित किए गए थे, वहीं पॉलिसीधारकों यह 889 रुपये प्रति शेयर पर आवंटित किया गया था।
क्या गिरावट आने पर LIC के शेयरों की खरीदारी करनी चाहिए?
ब्लूमबर्ग ने अपनी एक रिपोर्ट में एसएमसी ग्लोबल सिक्योरिटीज के वाइस प्रेसिडेंट-रिसर्च, सौरभ जैन के हमाले से कहा है कि LIC के आईपीओ की लिस्टिंग काफी कमजोर हुई थी और इसमें विदेशी संस्थागत निवेशकों (FII) की हिस्सेदारी लगभग शून्य थी। इसके अलावा, एंकर निवेशकों का लॉक-इन पीरियड सेबी द्वार एक महीने तय किया गया था। जब एंकर निवेशकों का एक महीना पूरा हुआ तो एलआईसी के शेयरों में और बिकवाली आनी शुरु हुई। जैन ने निवेशकों को सलाह दी है कि LIC के शेयरों से फिलहाल दूरी बनान ही अच्छा है क्योंकि इसकी चौथी तिमाही की कमाई भी उत्साहजनक नहीं रही है।