सरकार की ओर से सरकारी कर्मचारियों की पेंशन बंद करने के बाद से ही तमाम कंपनियां और सरकारी योजना पेंशन स्कीमों पर काम कर रहे हैं। पेंशन योजना में भी निवेश करने वाले को भविष्य में एक अच्छी और जीवनयापन के लिए एक रकम मुहैया कराई जा रही है। इस मामले में फिर से भारतीय जीवन बीमा निगम यानी एलआइसी की ओर से नई पेंशन योजना लांच कर दी गई है।
यह पेंशन योजना सरल पेंशन योजना है जो एक नॉन लिंक्ड सिंगल प्रीमियम स्कीम है। यह पेंशन योजना अब तक आई सभी तरह की पेंशन योजना में खास बताई जा रही है। पेंशन योजना में क्या है खास, आइए जानते हैं।
एक बार जमा करना होता है प्रीमियम
जानकारी के मुताबिक एलआइसी की सरल पेंशन योजना के तहत पॉलिसीधारक को सिर्फ एक बार ही प्रीमियम का भुगतान करना होता है। उसके बाद उसे कभी कोई रकम जमा करनी नहीं होती है। इस तरह उसे सीधे पेंशन की उम्र पर एक निश्चित रकम मिलना शुरू होती है जो पूरी जिंदगी मिलती है। यह बीमा रेगुलेटर यानी आइआरडीएआइ के दिशानिर्देश के आधार पर चलाई जा रही है जो कि एक इमिडिएट एन्युटी प्लान है। एलआइसी की ओर से इस बारे में जानकारी देते हुए बताया गया कि योजना में सभी बीमाकर्ताओं के लिए समान नियम व शर्तें हैं।
दो विकल्प के तहत चुन सकते हैं एन्युटी
जानकारी के मुताबिक सरल पेंशन योजना में बीमाधारक दो उपलब्ध विकल्पों में से कोई एक एन्युटी को चुनना होता है। इस योजना के तहत पॉलिसी शुरू होने की तारीख से छह महीने के बाद भी पॉलिसीधारक को लोन मिल सकता है। ये दोनों विकल्प एक पॉलिसीधारक को काफी सहूलियत दे सकते हैं। इसे खरीदने के लिए आप एलआइसी की वेबसाइट www.licindia.in पर जा सकते हैं या फिर आफलाइन भी खरीद सकते हैं। न्यूनतम एन्युटी में 12000 रुपए साल भर की है। ये योजना 40 से 80 साल के लोग खरीद सकते हैं। अगर महीने में पेंशन का लाभ चाहिए तो हर महीने में न्यूनतम एक हजार रुपए जमा करना ही होगा।
पहला विकल्प : पहले विकल्प के तौर पर लाइफ एन्युटी विद 100 फीसद रिटर्न आफ परचेज प्राइज है। यह पेंशन योजना एक सिंगल लाइफ के लिए है। इसमें एक पति व पत्नी में से किसी एक को ही पेंशन से जोड़ा जा सकता है। जब तक पेंशनधारी जिंदा रहेंगे उन्हें इस योजना के तहत पेंशन का लाभ मिलता रहेगा। उनकी मृत्यु के बाद पॉलिसी लेने के लिए दिए गए बेस प्रीमियम को उनके नॉमिनी को दे दिया जाएगा।
दूसरा विकल्प : दूसरे विकल्प के तौर पर फैमिली को जोड़ने का विकल्प दिया गया है। इसमें पति व पत्नी दोनों पेंशन के लिए जुड़े होते हैं। जो भी आखिर तक जीवित रहेगा उसे पेंशन मिलेगा। पॉलिसीधारक के अलावा नॉमिनी को भी उतनी ही पेंशन मिलेगी जितनी पॉलिसीधारक को मिलती। दूसरा पेंशनधारी की भी मृत्यु हो जाती है तो उसके नॉमिनी को बेस प्रीमियम मिल जाता है।
GB Singh
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