रांची। न्यूजीलैंड ने भारत के खिलाफ बुधवार को चौथे वन-डे में टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया। भारत पांच मैचों की सीरीज में 2-1 से आगे हैं और उनकी निगाहें इस मैच को जीतकर सीरीज पर कब्जा जमाने की रहेगी।
बल्लेबाज, विकेटकीपर और कैप्टन कूल धोनी मोहाली में पिछले वनडे में बल्लेबाजी क्रम में चौथे स्थान पर उतरे।विराट कोहली के साथ उनकी शतकीय साझेदारी ने भारत को सात विकेट से जीत और सीरीज में 2-1 से बढत दिलाई। धोनी ने 91 गेंद में 80 रन बनाए और इसके साथ ही वनडे क्रिकेट में 9000 रन पूरे कर लिए। वह 50 या अधिक की औसत से यह रन बनाने वाले पहले बल्लेबाज बने।
भारत ने इस मैदान में अब तक तीन वनडे और एक टी20 मैच खेला है। जिनमे से सभी में उसे जीत मिली है। जबकि एक मैच बारिश की भेंट चढ गया।
ये भी पढ़े:> कीवी टीम को लगा चौथा झटका
कोहली का शानदार रिकॉर्ड – उपकप्तान कोहली ने यहां दो वनडे पारियों में नाबाद 77 और नाबाद 139 रन बनाए हैं और वह भी इस लय को कायम रखना चाहेंगे। मोहाली में पारी की शुरूआत में जीवनदान मिलने के बाद कोहली ने 134 गेंद में नाबाद 154 रन बनाए। यह कोहली का 26वां शतक था और इनमें से 22 बार भारत विजयी रहा है।
फॉर्म में लौटे धोनी – धोनी के साथ तीसरे विकेट के लिये 151 रन की साझेदारी में कोहली जबर्दस्त फॉर्म में नजर आए। दूसरी ओर धोनी ने भी पुराने तेवर दिखाए जिसे देखते हुए यह कहना जल्दबाजी होगा कि उनका सर्वश्रेष्ठ दौर बीत चुका है।अब धोनी उसी मैदान पर लौटेंगे जहां से उन्होंने शुरूआत की थी और उनके लिये यह काफी जज्बाती मैच होगा।आईसीसी की हर ट्रॉफी जीत चुके धोनी इसे यादगार बनाना चाहेंगे।
गेंदबाजी ने किया प्रभावित – टीम इंडिया की कमजोर कड़ी मानी जाने वाली गेंदबाजी में सुधार देखने को मिला है और 3 मुख्य गेंदबाजों आर अश्विन , मोहम्मद शमी और रवींद्र जडेजा के नहीं होने पर भी केदार जाधव, उमेश यादव, जसप्रीत बुमराह और अमित मिश्रा ने उनकी कमी नहीं खलने दी है और अच्छी गेंदबाजी की है। जाधव ने तो न केवल विकेट लिए, बल्कि बैट से भी कमाल किया।
ये भी पढ़े:>धोनी के छक्के से टूटा सचिन का सबसे बड़ा रिकॉर्ड
हार्दिक पंड्या ने गेंद और बल्ले दोनों से प्रभावित किया है। धर्मशाला में पहला मैच खेलने के बाद उसने दिल्ली में 31 रन देकर तीन विकेट लिए, इसके बाद 32 गेंद में 36 रन बनाए।
ओपनिंग है चिंता का सबब – टीम इंडिया के लिए चिंता की बात उसके ओपनरों का फ्लॉप होना है, क्योंकि हर बार विराट से ही उम्मीद रखना सही नहीं होगा। ऐसे में रोहित शर्मा और अजिंक्य रहाणे को दम दिखाना होगा। खासतौर से रहाणे को, क्योंकि उनकी जगह लेने के लिए केएल राहुल और शिखर धवन तैयार हैं। दोनों ही ओपनरों ने 3 मैचों में कुल 108 रन बनाए और सबसे बड़ी ओपनिंग पार्टनरशिप पहले 49 रन की रही है।
कीवी टीम के लिए लाथम-विलियम्सन से उम्मीद – दूसरी ओर न्यूजीलैंड के लिये सीरीज में बने रहने के मकसद से यह करो या मरो का मुकाबला है जिसके लिए उसके बल्लेबाजों को एक ईकाई के रूप में अच्छा प्रदर्शन करना होगा। टॉम लाथम और कप्तान केन विलियमसन को छोड़कर कोई भी कीवी बल्लेबाज रन नहीं बना सका। पिछले मैच में रॉस टेलर ने भी 44 रन बनाए थे, लेकिन उऩ्होने विराट कोहली का अहम कैच टपका दिया था। फिर भी उनकी गेंदबाजी वनडे में प्रभावी रही है। टिम साउदी फॉर्म में हैं।
मोहाली में पिछले वनडे में निचले क्रम पर जिम्मी नीशाम (57) और मैट हेनरी (नाबाद 39) ने नौवे विकेट के लिए 84 रन की रिकॉर्ड साझेदारी करके स्कोर 285 रन तक पहुंचाया था।
टीमें : भारत- महेंद्र सिंह धोनी (कप्तान), रोहित शर्मा, अजिंक्य रहाणे, विराट कोहली, मनीष पांडे, केदार जाधव, अक्षर पटेल, हार्दिक पंड्या, अमित मिश्रा, उमेश यादव, जसप्रीत बुमरा, जयंत यादव, धवल कुलकर्णी, मनदीप सिंह।
न्यूजीलैंड- केन विलियम्सन (कप्तान), मार्टिन गप्टिल, टॉम लाथम, रोस टेलर, कोरे एंडरसन, ल्यूक रोंची, जिम्मी नीशाम, मिशेल सेंटनेर, टिम साउदी, मैट हेनरी, ट्रेंट बोल्ट, ईश सोढी, एंटोन डेवसिच, बीजे वाटलिंग, डग ब्रासवेल।