इन दिनों भारतीय मुक्केबाज लवलीना बोरगोहेन काफी चर्चा में हैं और सोशल मीडिया पर छाई हुई हैं। उन्होंने काम ही कुछ ऐसा किया है। दरअसल उन्होंने भारत के लिए मुक्केबाजी में एक ओलंपिक पदक सुनिश्चित कर दिया है। उन्होंने टोक्यो ओलंपिक में सेमीफाइनल में प्रवेश करके भारत के लिए ब्राॅन्ज मेडल निश्चित कर दिया है। चलिए जानते हैं भारत को गौरवान्वित करने वाली इस बेटी के बारे में।
लवलीना ने भारत का ब्राॅन्ज मेडल किया पक्का
लवलीना बोरगोहेन पेशे से एक बाॅक्सर हैं और इस वक्त ओलंपिक के सेमीफाइनल में जगह बना चुकी हैं। लवलीना ने 69 किलो वर्ग की महिला श्रेणी में जबरदस्त बाॅक्सिंग का प्रदर्शन कर देश के नाम एक मेडल कर ही दिया है। लवलीना असम के गोलाघाट की रहने वाली हैं और वहां उनका जन्म हुआ था। लवलीना के पिता छोटा–मोटा बिजनेस करते हैं व माता हाउसवाइफ हैं। उनकी बहन लीमा व लीना भी एक बाॅक्सर हैं। वे दोनों ही नेशनल किक बाॅक्सिंग की चैंपियन रही हैं। पहले लवलीना भी किक बाॅक्सिंग करती थीं पर बाद में उन्होंने बाॅक्सिंग को बतौर करियर चुना।
बचपन से ही आर्थिक तंगी में जीना सीखा
2012 में लवलीना ने पोदम बोरो से बाॅक्सिंग की ट्रेनिंग लेना शुरू किया। लवलीना बचपन से ही आर्थिक तंगी से जूझ रही थीं। 2017 में उन्होंने प्रेसिडेंट्स कप इन असथाना में इंडिया को रिप्रेजेंट किया था। यहां पर 75 किलो वर्ग में उन्हें ब्राॅन्ज मेडल मिला था। हालांकि वर्तमान की बात करें तो लवलीना ने हाल ही में 3-2 के स्कोर से ओलंपिक सेमीफाइनल में जगह पक्की कर ली है।
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चाइनीज ताइपे की बाॅक्सर को हरा कर बनाई सेमीफाइनल में जगह
लवलीना ने ताईपे बाॅक्सर नीन चिन चेन को 3-2 से हरा कर सेमीफाइनल में प्रवेश किया व ब्राॅन्ज मेडल पर कब्जा भी किया। उनकी इस जीत से इंडिया का ब्राॅन्ज मेडल तो सुनिश्चित हो ही गया है। अगर वे आगे के मुकाबले भी जीत लेती हैं तो सिल्वर व गोल्ड के चांसेस भी बढ़ जाते हैं। हालांकि भारतीय जनता तो उनसे गोल्ड की ही उम्मीद कर रही है। बता दें कि बीते दिनों मीराबाई चानू ने 49 किलो वर्ग की वेटलिफ्टिंग में भारत के लिए ओलंपिक में सिल्वर मेडल जीता है। जब वे भारत लौटीं तो उनका काफी जोरो–शोरों से स्वागत किया गया।
ऋषभ वर्मा